पुलिस चोर को पकड़ रही, चोर की मां पकड़ से बाहर, ड्रग्स रैकेट के खिलाफ कार्रवाई पर बोले मंत्री विजयवर्गीय

कैलाश विजयवर्गीय ने सीएम मोहन यादव से कहा कि नशे की लत को रोकने के लिए सबसे पहले ड्रग्स सप्लायर्स पर शिकंजा कसना होगा।

Updated: Oct 15, 2024, 12:13 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने इंदौर में नशे की समस्या को उठाया। उन्होंने पुलिस को सख्त निर्देश देने की मांग की है। विजयवर्गीय के मुताबिक ड्रग्स फैक्ट्री पर हुई कार्रवाई से उन्हें संतोष है पर संतुष्टि नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस चोर को पकड़ रही, चोर की मां पकड़ से बाहर है।

दरअसल, मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को इंदौर में 4 फ्लाई ओवर के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मंच से सीएम डॉ. मोहन यादव से कहा कि इंदौर में नशे के कारोबार के तार राजस्थान के प्रतापगढ़ से जुड़े हैं। विजयवर्गीय ने यहां तक कहा कि मुझे नाम भी पता है कि कौन लोग इस कारोबार के पीछे हैं।

विजयवर्गीय ने मंच से ही सीएम से कहा, ‘आप मुख्यमंत्री भी हैं और इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं। नशे के कारोबार पर नकेल के लिए आपको भोपाल से भी निर्देश जारी करना होंगे। भोपाल के अधिकारियों के माध्यम से राजस्थान पुलिस से संपर्क कर बड़ी कार्रवाई करनी होगी। अब तक आपने सिर्फ चोरों को पकड़ा है। इस कारोबार के चोरों की मां को भी पकड़िए। नहीं तो ये लोग इंदौर के युवाओं को बर्बाद कर देंगे।’

विजयवर्गीय का बयान शेयर कर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने लिखा, 'मुख्यमंत्री जी, आपकी कार्रवाई से हम संतुष्ट नहीं हैं..खुले मंच से इंदौर में यह बात मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहते हुए प्रदेश में बढ़ते नशे के कारोबार पर मोहन यादव को नसीहत दी है। बेहतर होगा कि गृहमंत्री की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय को दे दी जाए क्योंकि आपसे अधिक जानकारी तो उनके पास है। या तमाम जानकारियां होने का दावा करने वाले कैलाश जी का ही एजेंसियों से संपर्क करवा दीजिए, शायद वे इंदौर में गुंडागर्दी की तरह प्रदेश से नशे का कारोबार समाप्त कर दें।' 

इस पर सीएम ने कहा कि नशे का कारोबार करने वालों को बख्शेंगे नहीं। पुलिस और प्रशासन को पूरी छूट है। बता दें कि हाल में भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था। यहां NCB और गुजरात एटीएम की संयुक्त कार्रवाई में 1800 करोड़ रुपए के ड्रग्स बरामद किए गए थे। इतना ही नहीं इस ड्रग्स रैकेट का सरगना राज्य के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का करीबी निकला। इसके बाद से विपक्ष राज्य सरकार पर हमलावर है।

मध्य प्रदेश में नशे के विरुद्ध सत्तापक्ष से भी आवाजें उठने लगी हैं। पूर्व मंत्री व पाटन से भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय विश्नोई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि पूरी सरकार शराब माफियाओं के आगे दंडवत है। दो हफ्ते पहले एक सार्वजनिक मंच से कैलाश विजयवर्गीय ने नशे पर चिंता जताते हुए कहा था कि आज कल के बच्चे नशे में बहुत बिगड़ रहे हैं। मैं नशे का घोर विरोधी हूं। मनुष्य इतना गिर जाता है, जिसको देख गुस्सा आता है।