MP: कोरोना काल में 2066 गर्भवती महिलाओं की गई जान, सबसे अधिक 202 मौतें भोपाल में हुईं

नेशनल हेल्थ मिशन की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, रिपोर्ट के आंकड़े अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2021 के हैं

Updated: Oct 28, 2021, 05:27 AM IST

भोपाल। कोरोना काल में मध्य प्रदेश में दो हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं की जान चली गई। एक साल में मध्य प्रदेश में कुल 2066 गर्भवती महिलाओं ने दम तोड़ दिया। जान गंवाने वाली महिलाओं में सबसे ज्यादा महिलाएं राजधानी भोपाल की थीं। भोपाल में कुल 202 महिलाओं की मौत हुई। 

इस बात का खुलासा नेशनल हेल्थ मिशन की एक रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2021 तक प्रदेश में कुल 2066 गर्भवती महिलाओं की मौत हुई। इनमें सबसे ज्यादा 202 महिलाओं की मौत भोपाल में हुई। इनमें 37 महिलाओं ने डेलिवरी के लिए घर से अस्पताल और एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने के दौरान दम तोड़ दिया।

इसी तरह जबलपुर में 140 गर्भवती महिलाओं की मौत हुई। जबकि सागर में गर्भवती महिलाओं की मौत का आंकड़ा 102 रहा। बालाघाट में 80, धार में 76, कटनी में 71 और रीवा में 70 गर्भवती महिलाओं की मौत हो गई।

किस कारण हुई मौतें 

नेशनल हेल्थ मिशन की मेटरनल डेथ रिव्यू रिपोर्ट के अनुसार गर्भवती महिलाओं की मौत का सबसे बड़ा कारण हेयोरटेंशन रहा। हाइपरटेंशन से करीब 305 महिलाओं की मौत हुई। भोपाल में 67 गर्भवती महिलाओं की मौत हाइपरटेंशन के कारण हुई। वहीं ब्लीडिंग की वजह से 233 महिलाओं की मौत हुई। ब्लीडिंग के कारण जबलपुर में 27 और तेज बुखार की वजह से रीवा में 17 महिलाओं की जान चली गई। अबोर्शन की वजह से प्रदेश में 44 गर्भवती महिलाओं की मौत हो गई। 

नेशनल हेल्थ मिशन, मध्य प्रदेश की एमडी प्रियंका दास का बयान इस संबंध में मीडिया में सामने आया है। जिसमें प्रियंका दास ने बताया है कि हाई रिस्क कैटेगरी की गर्भवती महिलाओं को सुमन ऐप के जरिए ट्रैक करने की व्यवस्था की गई है। इन महिलाओं को ट्रैक कर हायर ट्रीटमेंट सेंटर रेफर करने की योजना है। जिससे मौत की संख्या में लगाम लगाई जा सकी।