Gwalior: रात को फोन नहीं उठाया, सुबह बीजेपी नेता का घेराव

Munnalal Goyal: ग्वालियर में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो लोग झुलसे, बीजेपी नेता मुन्नालाल गोयल ने समय पर नहीं सुनी शिकायत, जनता का गुस्सा फूटा

Updated: Sep 10, 2020, 06:44 AM IST

ग्वालियर। मुरार के कृष्णपुरी कॉलोनी में हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों व्यक्तियों की हालत गंभीर है। उनका इलाज ग्वालियर के निजी अस्पताल में हो रहा है। इस घटना के बाद स्थानीय बीजेपी नेता व पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल व बिजली विभाग के अफ़सरों को रात में फोन लगाया गया लेकिन किसी ने फ़ोन नहीं उठाया। सुबह जब ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल घटना स्थल पर पहुंचे तो लोगों का ग़ुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने पूर्व विधायक का घेराव कर दिया। 

मंगलवार को हाईटेंशन तार की चपेट में आए थे दो लोग 

मंगलवार को मुरार के कृष्णपुरी कॉलोनी के मकान में करंट लगने से हादसा हुआ, उसकी बालकनी से केवल दो फीट की दूरी पर हाईटेंशन लाइन है। जहां एक मजदूर पेंट कर रहा था। वहीं पास में मकान मालिक भी खड़ा था। अचानक बालकनी में लगा होर्डिंग हाईटेंशन लाइन पर गिर गया। जिसके बाद होर्डिंग संभालने के चक्कर में मजदूर और मकान मालिक हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए थे। स्थानीय लोगों ने रात में ही बीजेपी नेता और बिजली कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की थी ताकि हाईटेंशन तार को हटाया जा सके औऱ कोई दूसरा उसकी चपेट में ना आए। लेकिन किसी ने उनकी कोई सुध नहीं ली।

बुधवार को स्थानीय रहवासियों ने पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल और विद्युत विभाग के खिलाफ सड़क पर जाम लगा दिया। कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में आए पूर्व विधायक मुन्ना लाल गोयल के खिलाफ नारेबाजी की। जिसके बाद एसडीएम और विद्युत विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश दी। वहीं पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के पहुंचने पर रहवासियों और घायल के परिजनों ने प्रदर्शन किया और पूर्व विधायक को खूब खरी-खोटी सुनाई ।

जिसके बाद पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल सड़क पर ही बैठ गए और लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने लोगों को हाइटेंशन तार हटवाने और घायलों के इलाज के लिए सरकारी मदद का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हुआ ।

हाइटेंशन तार की चपेट में आने और दोनों की हालत गंभीर होने से लोगों में रोष है। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने हंगामा किया। रहवासियों का कहना है कि वे लंबे वक्त से बिजली कंपनी के अधिकारियों से इस हाईटेंशन लाइन को यहां से हटाने के लिए कह रहे थे लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। गौरतलब है कि यह कोई पहला हादसा नहीं है, यहां पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं।