मंदसौर में बारिश ने बरपाया कहर, कृषि मंडी में रखा लहसुन बहा, किसानों को लाखों का नुकसान
मंदसौर में शुक्रवार रात हुई तेज बारिश किसानों पर आफत बनकर बरसी। बारिश में लहसुन की फसल भीग गई, जिससें किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।

मंदसौर। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर जारी है। सितंबर में हुई बारिश ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। मालवा-निमाड़ अंचल में हजारों हेक्टेयर भूभाग पर लगी सोयाबीन की फसल चौपट हो गई। उधर, मंदसौर की कृषि मंडी में रखा सैंकड़ों क्विंटल लहसुन बह गया। लहसुन बहने से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
शुक्रवार शाम अचानक हुई तेज बारिश ने कृषि उपज मंडी में लहसुन की फसल बेचने आए किसानों को मुसीबत में डाल दिया। अचानक हुई बारिश से मंडी में स्थित नाले का पानी ओवरफ्लो होकर मंडी प्रांगण में आ गया। किसान कुछ कर पाते उसके पहले फसल पानी के बहाव में बह गई। फसल बहने के बाद किसानों ने मंडी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
खून जला जला कर फसल तैयार की, और आज एक झटके में किसानों की लहसुन की फसल बह गई, ये है मध्य प्रदेश की मंडियों के हाल !! #मंदसौर pic.twitter.com/FyQRsCxFuw
— Ramandeep Singh Mann (@ramanmann1974) September 23, 2023
किसानों का कहना है कि मंडी प्रशासन ने लापरवाही बरतते हुए पहले आरसीसी छत में रखें लहसुन की नीलामी करवाई। लेकिन अगर वह जमीन पर पड़ी लहसुन की नीलामी करवाते तो इस तरह की नौबत नहीं आती। पीड़ित किसानों ने बताया कि वह लाखों रुपए की लहसुन लेकर दूर-दूर से मंदसौर मंडी में बेचने आए थे। लेकिन बेचना तो दूर अब उनके लाखों रुपए की लहसुन ही पानी के तेज बहाव में बह गई है।
अनुमान के मुताबिक लहसुन बहने से किसानों को 25 लाख रुपए की नुकसान हुई है। बताया जा रहा है कि कई दिनों के बाद मंदसौर कृषि मंडी खुली और लहसुन की भारी आवक हुई थी। हालांकि, किसानों की कड़ी मेहनत से तैयार लहसुन एक झटके में उनकी आंखों के सामने ही बह गई। मल्हारगढ़ ब्लॉक के कुटी गांव से उपज लेकर मंडी पहुंचे किसान ने बताया कि शेड में चारों तरफ से पानी भर गया। कहीं भी फसल रखने की जगह नहीं थी। वे 7 क्विंटल लहसुन लेकर आए थे। फसल बहने से उन्हें करीब 30 से 35 हजार रुपए का नुकसान हुआ।