सलमान हत्याकांड: पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने दिग्विजय सिंह का सत्याग्रह जारी, खजुराहो थाने के बाहर खाट डालकर लेटे

इंसाफ़ के लिए हमें थाने पर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। मेरी प्रदेशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि खजुराहो में अपने कार्यकर्ता पर हुए इस अत्याचार के खिलाफ एकजुट हों: दिग्विजय सिंह

Updated: Nov 19, 2023, 09:18 AM IST

खजुराहो। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान खान की हत्या मामले में पार्टी आरपार की लड़ाई के मूड में नजर आ रही है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सत्याग्रह पर बैठे हैं। सिंह ने साफ कह दिया है कि जबतक सलमान के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता वे नहीं उठेंगे।

दिग्विजय सिंह ने शनिवार दोपहर खजुराहो में मृतक के घर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह वहीं पर धरने पर बैठ गए। जब प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की अरविंद पटेरिया की तुरंत गिरफ्तारी की बात नहीं मानी तो देर शाम मृतक सलमान का शव लेकर वे खजुराहो थाने पहुंच गए और वही कार्यकर्ताओं के साथ सत्याग्रह शुरू कर दिया।

रात्रि के एक बजने के बाद भी दिग्विजय धरनास्थल पर डटे हुए हैं। वे खाट लगाकर खजुराहो थाने के बाहर लेटे हुए हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। माना जा रहा है कि सिंह का धरना कल भी जारी रह सकता है। सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से भी अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आह्वान किया है।

पूर्व सीएम ने ट्वीट किया, 'कांग्रेस कार्यकर्ता सलमान के पार्थिव शरीर के साथ छतरपुर के तीनों कांग्रेस प्रत्याशियों और हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ हम खजुराहो थाने पर बैठे हैं। पुलिस FIR के बावजूद कुछ नहीं कर रही है। यहाँ तक कि प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी नहीं ले रही। आरोपियों की कारें तक ज़ब्त करने का साहस नहीं कर पा रही है। पीड़ित परिवार सलमान के पार्थिव शरीर को बिना कार्रवाई दफ़नाने के लिए तैयार नहीं है। इंसाफ़ के लिए हम सबको थाने पर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।'

सिंह ने आगे लिखा, 'मेरी प्रदेशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि खजुराहो में अपने कार्यकर्ता पर हुए इस अत्याचार के खिलाफ एकजुट हों। आप जहां हैं वहीं से अपनी आवाज़ बुलंद करें और अन्याय के खिलाफ चंद दिनों के लिए बची भाजपा शासित सरकार को मजबूर करें कि वे हमारे कार्यकर्ताओं के साथ इंसाफ़ करे।'