एमपी के भिंड में रेत माफिया की दबंगई, ट्रैक्टर रोकने पर आरक्षकों से मारपीट

मध्य प्रदेश के भिंड में रेत का अवैध खनन करने वालों की दबंगई चरम पर है, आरोप है कि उनके गुंडे अवैध ढंग से रेत जा रहे ट्रैक्टर को रोकने पर पुलिस वालों से मारपीट कर रहे हैं

Updated: Dec 03, 2020, 07:16 PM IST

Photo Courtesy: Twitter
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भिंड।  मध्य प्रदेश के भिंड जिले में रेत माफिया की दबंगई इतनी बढ़ गई है कि उनके गुंडे पुलिसवालों से भी मारपीट करने लगे हैं। खबर है कि सिंध नदी से अवैध रूप से रेत की भरी टैक्टर ट्रॉली रोकने पर खनन माफियाओं ने आरक्षकों से मारपीट की। माफियाओं ने आरक्षकों की बंदूकें छीनने की भी कोशिश की। घटना देहात थाना क्षेत्र में बबेडी नाके से कुछ दूरी पर हुई। लिहाज़ा आरक्षकों ने कार्रवाई किए जाने हेतु देहात थाना क्षेत्र में आवेदन दिया है।

देहात थाने में आवेदन देकर आए एसएएफ 13वीं बटालियन मुरैना के जवान अशोक शर्मा ने हिंदी अख़बार नई दुनिया को बताया कि उनके साथ साथी आरक्षक किशन लाल, आरक्षक विपिन शर्मा की ड्यूटी बबेड़ी नाके पर थी। बुधवार सुबह नाके से कुछ ट्रैक्टर-ट्रॉली बिना रॉयल्टी निकलने की कोशिश कर रही थीं। रोककर रॉयल्टी के लिए कहा तो इसी बीच एक ड्राइवर ट्रैक्टर-ट्रॉली भगा ले गया।

अशोक शर्मा के मुताबिक कुछ देर बाद दो बाइक से खनन माफिया के लोग आए। इन लोगों ने घेरकर अभद्रता की। कार्रवाई करने से रोका। एक युवक ने आरक्षक अशोक शर्मा को चांटा मारा। इसके साथ ही आरक्षकों से बंदूकें छीनने की कोशिश की। मौके पर कुछ लोगों ने वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया तो खनन माफिया के लोग बाइक पर बैठकर भाग निकले। वारदात के वीडियो वायरल है, इसके बावजूद भी आरक्षक के आवेदन पर एफआइआर नहीं हो सकी है।

आवेदन में आरक्षकों ने लिखा है कि उनके साथ स्कॉर्पियो ड्राइवर दलवीर सिंह पुत्र राम सेवक सिंह निवासी दोनियापुरा था। खनन माफिया ने गाड़ी की चाबी निकाल ली और ड्राइवर से मोबाइल छीन ले गए। आवेदन में आरोपितों की बाइक के नम्बर भी लिखे हैं। इस मामले में आरक्षकों पर भी आरोप लग रहे हैं। कहा रहा है कि वारदात स्थल नाके से दूर है। ऐसे में आरोप है कि आरक्षक नाके से कुछ दूर जाकर रेत से भरे वाहनों को अवैध वसूली के लिए रोक रहे थे। इसी दौरान उनके साथ मारपीट हुई है।