पूर्व विधायक सत्यपाल सिकरवार के निष्कासन से नाराज़ कार्यकर्ताओं ने फूंका नरेंद्र तोमर और वीडी शर्मा का पुतला

उपचुनाव की वोटिंग से ठीक पहले बीजेपी को भितरघात का डर, पूर्व विधायक सत्यपाल सिकरवार ‘नीटू’को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से किया निष्कासित, अनुशासनहीनता का लगा आरोप

Updated: Nov 01, 2020, 09:42 PM IST

भोपाल। सुमावली में बीच सड़क पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्नीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का पुतला फूंका। स्थानीय कोर्ट चोराहे पर ये पुतला धूं-धूकर जलता रहा और लोग खड़े होकर देखते रहे। बीजेपी कार्यकर्ता पूर्व विधायक सत्यपाल सिकरवार को पार्टी से निकाले जाने से नाराज़ हैं। असल में, रविवार सुबह ही बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने सत्यपाल सिकरवार के पार्टी से निष्कासन की पुष्टि की और एक पत्र जारी किया है। 

सुमावली से पूर्व विधायक सत्यपाल सिकरवार '‘नीटू’ को अनुशासनहीनता के आरोप में बीजेपी से निष्कासन झेलना पड़ा है। यह कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद विष्णुदत्त शर्मा के आदेश पर हुई है। सत्यपाल सिंह सिकरवार "नीटू" सुमावली से विधायक रह चुके हैं। अनुशासनहीनता के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से उन्हें निष्कासित कर दिया है। बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने इसकी पुष्टि की है।

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खबर है कि बीजेपी को उपचुनाव की वोटिंग से पहले भितरघात का डर सता रहा था। बीजेपी इसे लेकर किसी तरह की जोखिम नहीं लेना चाहती थी। बीजेपी को शक है कि सत्यपाल सिकरवार पार्टी के खिलाफ जाकर काम कर सकते हैं। जिसके बाद प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने का फैसला लिया गया है। बीजेपी को शंका है कि पूर्व विधायक ग्वालियर चंबल संभाग में बीजेपी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।  

गौरतलब है कि ग्वालियर में कांग्रेस ने बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए सतीश सिंह सिकरवार पर भरोसा जताया है। जबकि उनके पिता गजराज सिंह और भाई सत्यपाल सिंह सिकरवार बीजेपी में ही रह गए थे। बीजेपी ने गजराज सिंह और सत्यपाल सिंह को बड़ा मलहरा में चुनाव प्रचार करने भेजा था लेकिन सत्यपाल सिंह ने पार्टी के आदेश की अवहेलना की और प्रचार करने नहीं गए। जिसके बाद प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने सत्यपाल सिंह सिकरवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर कर दिया। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन हुई इस कार्रवाई का असर बीजेपी को चुनाव में झेलना पड़ सकता है। फिर भी पार्टी ने यह कदम उठाया है।

आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है, 3 नवंबर को वोटिंग होगी और नतीजे 10 नवंबर को परिणाम आएंगे।