शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का घड़ा फूट चुका है, गौशाला निर्माण में कमीशनखोरी पर बोले कमलनाथ

मैं माननीय न्यायालय से आग्रह करता हूं कि गौशाला कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के पत्र का संज्ञान लें, उसे सुरक्षा मुहैया कराएं और मध्य प्रदेश को चाट रहे भ्रष्टाचार के दीमक से बचाएं: कमलनाथ

Updated: Aug 17, 2023, 04:14 PM IST

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार 50 फीसदी कमीशन के आरोपों से घिरी हुई है। लघु कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के बाद अब गौशाला कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन ने कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए शिवराज सरकार को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। गौशाला कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन का पत्र सामने आने के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का घड़ा फूट चुका है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'शिवराज सरकार के 50% कमीशनराज के भ्रष्टाचार का घड़ा फूट चुका है। रीवा के गौशाला पेटी कांट्रेक्टर संगठन ने मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय, जबलपुर के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शासकीय कार्यों में 50% कमीशन खाने का आरोप लगाया है। ठेकेदार ने सार्वजनिक रूप से बयान जारी किया और यह भी बताया कि उसके जैसे कई अन्य ठेकेदार भी 50% कमीशन राज से पीड़ित हैं।'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'भारत की न्यायपालिका में इस तरह के गंभीर मामलों में स्वत संज्ञान लेने की गरिमापूर्ण परंपरा रही है। मैं माननीय न्यायालय से आग्रह करता हूं कि इस ठेकेदार के पत्र का संज्ञान लें, उसे सुरक्षा मुहैया कराएं और मध्य प्रदेश को चाट रहे भ्रष्टाचार के दीमक से बचाएं। यह सर्वविदित है कि जब ग्वालियर के ठेकेदार ने इसी तरह का आरोप लगाया था तो बिना जांच-पड़ताल के ही सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों ने मामले को दबाने और फरियाद करने वालों को फसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।'

बता दें कि गौशाला कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट को पत्र लिखकर निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी की शिकायत की है। पीड़ित कॉन्ट्रेक्टर पीयूष पांडे ने बयान जारी कर कहा है कि 38 लाख की गौशाला में 14.50 लाख से अधिक के कमीशन मांगे जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि पूरे प्रदेश में  दलाल सक्रिय हैं जो कमीशन के साथ काम करा रहे हैं और ठेकेदारों को लूट रहे हैं। सबूत के तौर पर उन्होंने व्हाट्सएप चैट्स भी जारी किए हैं