क्या कोरोना से मौत के आंकड़े छिपा रही है शिवराज सरकार

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिसंबर महीने में कोरोना से 59 लोगों की मौत हुई है, जबकि शहर के शमशान और कब्रिस्तान में 124 कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार किया गया है

Updated: Jan 03, 2021, 04:30 AM IST

Photo Courtesy: Vox
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भोपाल। क्या आपको पता है कि दिसंबर में भोपाल में कोरोना के कारण कितने लोगों की मौत हुई? क्या इस बात की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को भी नहीं है?  स्वास्थ्य विभाग के अनुसार भोपाल में दिसंबर महीने में 59 मरीजों की मौत हुई है, जबकि शहर के भदभदा श्मशान घाट और झदा कब्रिस्तान में कुल 124 कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार किया गया है। 

अगर श्मशान और कब्रिस्तान में हुए अंतिम संस्कार के आंकड़े  को सही माना जाए तो इसका मतलब स्वास्थ्य विभाग ने अकेले दिसंबर के महीने में कोरोना से 65 मरीजों की मौत की जानकारी छिपाई है। यहां यह जान लेना जरूरी है कि आईसीएमआर के दिशनिर्देश के अनुसार जब कभी किसी कोरोना मरीज़ की मौत होती है, तो मरीज़ की मृत्यु के बाद शव परिजनों को नहीं सौंपा जाता है। भोपाल में इन मरीजों का अंतिम संस्कार भदभदा के श्मशान घाट और झदा कब्रिस्तान में किया जाता है। लेकिन इन दोनों ही जगह दिसंबर महीने में अंतिम संस्कार के लिए  कुल 124 शव लाए गए हैं।

ये आंकड़ा चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि स्वास्थ्य विभाग पूरे महीने एक निश्चित क्रम (1-2, 2-2, 2-1) में मरीजों की मौत बताता रहा। जबकि उसी दिन भदभदा श्मशान और झदा कब्रिस्तान में 9-9 शव लाए जाते रहे। हालांकि सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि इस आंकड़े पर भरोसा नहीं किया जा सकता। क्योंकि कोरोना मरीजों की डेथ पहले ऑडिट होती है, इसके बाद ही राज्य सरकार को आंकड़े भेजे जाते हैं। 

 यह पहली बार नहीं है जब राज्य सरकार पर कोरोना मरीजों के आंकड़े छिपाने के आरोप लगे हों। नवंबर में भी नेशनल हेल्थ पोर्टल पर मौत के आंकड़े कम दिखाने के आरोप लगे थे। उस वक्त ऐसी खबरें आई थीं कि प्रदेश में कोरोना से 3408 लोगों की मौत हुई थी, जबकि पोर्टल पर आंकड़ा 3272 ही था। 136 मरीजों की मौत का दूसरा कारण बताया गया था। 

((इन आंकड़ों में 31 दिसंबर को झदा कब्रिस्तान में लाए गए मृतकों के आंकड़े को शामिल नहीं किया गया है। अगर उसे भी शामिल कर लिया जाए तो इस आंकड़े के और ज़्यादा होने के आसार हैं।))