Mp Cabinet Expansion: VIP मूवमेंट से हुई डॉक्टरों को देरी, दो मरीजों की मौत

कई बड़े नेताओं के आने की वजह से राजधानी में सुबह से हलचल थी वहीं वीआईपी मूवमेंट के करने कई रास्ते ब्लॉक व डाइवर्ट किए गए थे।

Publish: Jul 03, 2020, 05:53 AM IST

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित हमीदिया अस्पताल में गुरुवार को ऑक्सिजन सप्लाई में गड़बड़ी होने से दो मरीजों की मौत हो गयी। यह घटना तब घटी जब राजभवन में शिवराज कैबिनेट के नए मंत्रियों का शपथग्रहण का कार्यक्रम चल रहा था। बताया जा रहा है कि ऑक्सिजन प्लांट में तकनीकी खराबी होने की वजह से वेंटिलेटर में लो प्रेशर उत्पन्न हुआ, जिससे वेंटिलेटर ने काम करना बंद कर दिया। इस दौरान अस्पताल द्वारा मेडिकल टीम को कॉल कर बुलाया गया परंतु भोपाल में वीआईपी मूवमेंट के कारण डॉक्टरों को आने में देर लगी। इसके बाद ऑक्सिजन सपोर्ट पर रखे 2 मरीजों की मौत हो गयी। मामले पर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर सवाल खड़े करते हुए दोषियों पर करवाई करने की मांग की है। 

भोपाल के हमीदिया अस्पताल में सुबह १० बजे के करीब वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखे गए दर्जनों मरीजों को ऑक्सिजन मिलना बंद हो गया। ऑक्सिजन फ्लो कम होने के कारण मरीजों को सांस लेने के लिए पर्याप्त ऑक्सिजन नहीं मिल पा रही थी। हालत इतनी खराब हो गयी कि वेंटिलेटर ने लो प्रेशर के कारण काम करना बंद कर दिया। उस वक्त मरीज़ों को तकरीबन 20 मिनट तक जिंदगी और मौत से जूझना पड़ा। 2 मरीज इस संकट को झेल नहीं पाए और जिंदगी से हार गए। बताया जा रहा है कि

हमीदिया अस्पताल के कोविड ब्लॉक में फिलहाल 109 कोरोना मरीज भर्ती हैं जिनमें 14 मरीज अस्पताल में हैं वहीं 13 को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। 

वीआईपी मूवमेंट के कारण नहीं पहुंचे डॉक्टर

राजधानी भोपाल स्थित राजभवन में गुरुवार सुबह 11 बजे से शिवराज कैबिनेट के नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान हाल में कांग्रेस से बागी हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भोपाल आए हुए थे। कई बड़े नेताओं के आने की वजह से राजधानी में सुबह से हलचल थी वहीं वीआईपी मूवमेंट के कारण कई रास्ते ब्लॉक व डाइवर्ट किए गए थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे जब हमीदिया अस्पताल में ऑक्सिजन फ्लो में कमी आई तो अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में बायोमेडिकल एक्सपर्ट्स व टेक्निकल टीम को कॉल कर बुलाया। लेकिन जगह-जगह पर रास्ते ब्लॉक व डाइवर्ट होने के कारण डॉक्टर और टेक्नीशियन समय पर नहीं पहुंच पाए और दो मरीज जान से हाथ धो बैठे।  

दोषियों पर करवाई की मांग

मामले को विपक्ष ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार से तत्काल करवाई करने की मांग की है। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर इसे गंभीर मामला बताया है। हालांकि अस्पताल प्रशासन अब ऑक्सिजन सप्लाई में गड़बड़ी से इंकार कर रहा है। उनका कहना है कि मरीजों को ऑक्सीजन पर्याप्त मिल रहा था। दोनों मरीज अति गंभीर स्थिति में थे और उनकी मौत अन्य बीमारियों से हुई है।