उमा भारती ने की मधुशाला में गौशाला अभियान की शुरुआत, ओरछा में शराब ठेके के बाहर बांधी गाय

हमने सोचा नहीं था कि हमारी सरकार में शराब की समस्या आ जाएगी। हम दिल्ली और छत्तीसगढ़ में इसका विरोध कर रहे थे। उससे बुरी हालत हमने यहां कर दी, कोई मान मर्यादा नहीं रखी: उमा भारती

Updated: Feb 02, 2023, 08:36 AM IST

ओरछा। मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने शराबबंदी की मांग को लेकर मधुशाला में गौशाला अभियान की शुरुआत कर दी है। रामराजा सरकार की नगरी ओरछा में प्रवास के दौरान उमा भारती ने गुरुवार सुबह एक शराब दुकान के सामने गाय बांध दी है। इस दौरान उमा ने गायों को केले और चारा भी खिलाया। 

उमा भारती ने ट्वीट कर बताया कि वह बुधवार रात ही ओरछा पहुंच गईं थीं। रात में ही उन्होंने शराब की दुकान के बगल में खुले अहाते में अलाव जलाया  स्थानीय लोगों के साथ बैठकर चर्चा की। बीजेपी नेत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ​रामराजा सरकार की नगरी में शराब की दुकान का क्या औचित्य, लोगों की लत का उपयोग कर रुपए बनाना सरकार का धर्म नहीं है। उन्होंने कहा कि राम का नाम लेने वाले मूल दोषी हैं। मैंने इस सरकार के लिए वोट मांगे हैं, इसलिए मुझे फांसी पर लटकाओ।

उमा भारती ने इशारों में शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने सोचा नहीं था कि हमारी सरकार में शराब की समस्या आ जाएगी। हम दिल्ली और छत्तीसगढ़ में इसका विरोध कर रहे थे। उससे बुरी हालत हमने यहां कर दी है, कोई मान मर्यादा नहीं रखी। लोगों को गंगाजल बांटना चाहिए। गाय का दूध और छाछ पिलाना चाहिए। आप यहां शराब पिला रहे हो, तो फिर किस बात की राम की भक्ति है।

मीडिया ने उनसे सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी राम भक्ति से दूर हो रही है, तो जवाब में उन्होंने कहा कि यह तो आप वीडी शर्मा से पूछना, इस सवाल का हम जवाब नहीं देंगे। बता दें कि बुधवार देर रात ही उमा भारती ने शराब दुकान के बाहर सात गायों को बांधने के लिए खूंटा लगा दिया था। 

उमा भारती ने गुरुवार सुबह ट्वीट में लिखा कि, "हमारी पहली गऊ अदालत मऊरानीपुर के पास स्थित केदारेश्वर महादेव के पास 10 से 15 फरवरी के बीच में लगेगी। जिसमें कि हमारा किसानों एवं समस्त समाज से निवेदन होगा कि "शराब छोड़ो दूध पियो" गऊ का पालन करो, गौशालाओं से गाय को नहीं बचाया जा सकता क्योंकि करोड़ों की संख्या में गाय बेसहारा हो गई हैं, सरकार की जगह समाज को इनका संरक्षण प्रारंभ करना होगा, गौवंश पूरी तरह से हमारी सामाजिक अर्थव्यवस्था की जिम्मेवारी है।"