ठग किरण भाई पटेल को जेड प्लस सिक्योरिटी किसने दी, दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से पूछे कई सवाल

मंदसौर जिले की सुवासरा विधानसभा के शामगढ़ में दिग्विजय सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि शिवराज मंत्रिमंडल में भ्रष्टाचार का मेनुकार्ड है, आपको रिवाल्वर चाहिए तो दो लाख, ढाई लाख रुपए गृह मंत्री जी के पीए को देने होंगे।

Updated: Apr 28, 2023, 06:49 PM IST

मंदसौर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राजसभा सांसद दिग्विजय सिंह इन दिनों मालवा क्षेत्र के दौरे पर हैं। सिंह ने शुक्रवार को मंदसौर जिले की सुवासरा विधानसभा के शामगढ़ में प्रेस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि शिवराज मंत्रिमंडल में भ्रष्टाचार का मेनुकार्ड बना हुआ है। आपको रिवाल्वर चाहिए तो दो लाख, ढाई लाख रुपए गृह मंत्री के पीए को देने होंगे।

प्रेस को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, 'देश में पिछले 3 महीनों में कुछ ऐसे ठगों की जानकारी सामने आई है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। एक जमाने में 19वीं सदी में भारत में ठगों का एक समुदाय हुआ करता था जो राहगीरों को ठगता था और लूटता था। बाद में नटवरलाल पैदा हुआ और 60 के दशक में उसे काफी शौहरत मिली। वह देश का सबसे बड़ा बड़ा ठग माना जाता था। लेकिन पिछले तीन महीनों में दो और ठग भारत में मिले हैं। एक गुजरात के किरण भाई पटेल हैं जिन्हें केंद्र की मोदी सरकार ने जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की। जेड प्लस कैटेगरी उनको दी जाती है जो बहुत ही सीनियर पॉलिटिकल लीडर होते हैं। जेड प्लस कैटेगरी की समीक्षा होम मिनिस्ट्री करती है। लेकिन यहां यह सुरक्षा उस व्यक्ति को मिली जो कि ठगी के आरोप में गुजरात में सजा काट चुका है।'

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सिंह ने आरोप आगे कहा, 'किरण भाई पटेल कश्मीर के उन संवेदनशील इलाकों में घूमकर आए जहां पर कोई जा नहीं सकता। वह कश्मीर के आला अधिकारियों के साथ वो बैठक करते थे और स्वयं को प्रधानमंत्री का विश्वास पात्र बताते थे। प्रश्न इस बात का है कि गुजरात के होम मिनिस्टर, गुजरात के प्राइम मिनिस्टर, दोनों गुजरात के अंदर सरकार में रहे, अमित शाह होम मिनिस्टर थे, नरेंद्र मोदी चीफ मिनिस्टर थे, उसके बाद भी किरण भाई पटेल को जेड प्लस कैटेगरी किसने दी, कैसे दी आज और तक जांच क्यों नहीं हो सकी? जिन लोगों ने जेड प्लस केटेगरी दी उन पर क्या कार्रवाई हुई?"

सिंह ने आगे कहा, 'ठग नंबर दो है संजय राय शेरपुरिया। ये वो व्यक्ति है जिसने वाईफाई पर अपनी आइडेंटिटी में लिख रखा है  पीएम आवास और रेस कोर्स रोड का फर्जी एड्रेस दे रखा है। प्रधानमंत्री मोदी उसे गुलदस्ता भेंट करते हैं। प्रधानमंत्री को रिसीव करने के लिए जो लोग जाते हैं उसमें वह भी जाता था। संजय राय शेरपुरिया ने फर्जी कंपनियां बनाई, गुजरात में रजिस्टर कराया और गुजरात में रजिस्टर करने के बाद साढ़े तीन सौ करोड़ का कर्जा ले लिया। कर्ज देने से पहले किसी ने पता तक नहीं लगाया कि ये धंधा क्या करता है? दैनिक भास्कर में इसके लेख निकलते थे। ये लोगों को बताता था कि मैंने 20 हजार लोगों को नौकरी दी है। अब नए ठगों की जमातें इकट्ठी होती है।' 

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सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनकी फर्जी डिग्रियां चल रही हैं। पता नहीं कहां पर पढ़ाई की? कौन से कॉलेज में पढ़ें? कौन सी यूनिवर्सिटी की डिग्री है? वह आज तक गुप्त है। यह नए ठगों की जमात मोदी सरकार में तैयार हुई। आप सभी के माध्यम से मैं देश से कहना चाहता हूं कि इन ठगों से सचेत रहिए कब आपकी जेब से पैसा निकाल ले।' सिंह ने कहा, 'ठगी का एक दूसरा स्वरूप है चुनावी वादे। 2014 में सारा काला धन आ जाएगा... 15-15 रुपए लाख रुपए हर व्यक्ति को दिए जाएंगे, इसको ठगी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे? दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा था। ये वादाखिलाफी है कि नहीं? बात यह है इतना संवेदनहीन व्यक्ति प्रधानमंत्री के रूप में इस देश में है हमें इस बात का दुख है। अब देख लीजिए नरेंद्र मोदी रीवा आते हैं पंचायत राज दिवस पर, लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों के सारे अधिकार छीन लिए। सरपंच बेचारे चुनकर आए एक धेला भी वह खर्च नहीं कर सकते बिना मंजूरी के।'

सिंह ने कहा, 'शिवराज कैबिनेट में भ्रष्टाचार का मेनू कार्ड लगा हुआ है। एक मंत्री को 20 परसेंट से 30 परसेंट दे आओ और जो आदेश करना है ले आओ। आपको रिवॉल्वर चाहिए तो दो लाख, ढाई लाख रुपए गृह मंत्री जी के पीए को देने होंगे। पीए का नाम और नंबर भी मेरे पास है। अब रेट बढ़ गया है चुनाव का टाइम है। 5 लाख हो गया है। इस तरह से पूरा व्यवसाय चला हुआ है।'