कांग्रेस सरकार में युवा करेंगे भर्ती परिक्षाओं में घोटालों की जांच, बेरोजगार महापंचायत में बोले कमलनाथ

जिस सरकार की प्राथमिकता नौजवान ना हो, ऐसी सरकार को बेदखल कर सत्ता से बाहर कर देना चाहिए: कमलनाथ

Updated: Sep 23, 2023, 06:54 PM IST

इंदौर। विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दिया है। पूर्व सीएम कमलनाथ शनिवार को इंदौर पहुंचे। यहां उन्होंने सामाजिक के अलावा युवाओं और पार्टी से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सबसे पहले मांग मातंग समाज महाधिवेशन में पहुंचे। उसके बाद राजीव गांधी चौराहा पर शुभ कारज गार्डन में बेरोजगार महापंचायत में संबोधित किया। अग्रवाल समाज के कार्यक्रम में भी पहुंचे। बेरोजगार महापंचायत में कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर युवाओं को भर्ती घोटालों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

कमलनाथ ने बेरोजगार महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे इस बात का दुख भी हुआ कि आप जो युवा हमारे सामने बैठे हैं उनका ही भविष्य अंधेरे में रहेगा, तो वह मध्य प्रदेश के भविष्य का निर्माण कैसे करेंगे? आज मैं आपको ईमानदारी से नौकरियों में भर्ती का वचन देता हूं। मैं तो कहता हूं जिस सरकार की प्राथमिकता में नौजवान ना हो उसे बेदखल कर सत्ता से बाहर कर देना चाहिए। आज के नौजवान और 20 साल पहले के नौजवान में बहुत अंतर है। आज के नौजवान की अपनी सोच है, अपना दृष्टिकोण है। आज का नौजवान पूरी तरीके से सोशल मीडिया से जुड़ा है। मैं 40 साल से चुनाव लड़ रहा हूं और जीत रहा हूं। आज कितना अंतर आ गया है लोगों की सोच में उनके दृष्टिकोण में उनके नजरिए में, विशेषकर राजनीति में। आप यहाँ आए हैं, आपको कोई कमीशन अथवा ठेका नहीं मिल रहा। आपको अपने भविष्य की चिंता है।'

कमलनाथ ने आगे कहा, 'रोजगार दो तरीके के होते हैं, एक सरकारी और एक प्राइवेट। प्रायवेट रोजगार निवेश से आता है और निवेश विश्वास से आता है। उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश पर विश्वास नहीं है, इसलिए आज प्रदेश में कोई निवेश नहीं आता है। शिवराज जी यहां इंदौर में आकर नाटक करते हैं, इन्वेस्टर समिट की बात करते हैं, कहते हैं कि 33 लाख करोड़ की राशि आयेगी, मैं कहता हूं अगर आप नौजवानों के हित की बात करते हैं, तो नौजवानों के लिए रिक्त पद जो है केवल उनको ही भर दीजिए। मैंने उद्योगपतियों से मध्यप्रदेश में निवेश करने को कहा तो उन्होंने मुझसे कहा कि मध्य प्रदेश में तो केवल भ्रष्टाचार है। पहले दलाली से ही भ्रष्टाचार शुरू हो जाता है हम तीन साल से जमीन मांग रहे हैं, हमको सरकार ज़मीन ही उपलब्ध नहीं कराती है तो हम कैसे उद्योग लगाए?'

कमलनाथ ने आगे कहा, '15 महीने की हमारी सरकार में मेरा प्रयास था कि मध्य प्रदेश की एक नई पहचान बनाएं, मैंने कोई इंवेस्टर समिट नहीं किया, देश के बड़े से बड़े उद्योगपतियों के साथ बस एक सम्मेलन किया। उद्योग लगता है तो लोगों को रोजगार मिलता ही है लेकिन आर्थिक गतिविधि भी बढ़ती है। छोटे दुकानदारों, रेहड़ी, पटरी वालों की गिनती जीडीपी में नहीं होती, लेकिन उनसे हमारी आर्थिक गतिविधि जरूर बढ़ती है। हमें इन बुनियादी बातों को समझना होगा। जब तक हमारी सोच में बदलाव नहीं होगा, एक विजन नहीं होगा तब तक कुछ नहीं हो सकता। मध्यप्रदेश का भविष्य टेलीविजन नहीं, विजन से बनेगा। शिवराज जी से कहना चाहता हूं टेलीविजन में जाकर मुंह बहुत चला लीजिए, लेकिन मुंह चलाने में और प्रदेश चलाने में बहुत अंतर होता है।'

पीसीसी चीफ ने कहा, 'प्रदेश में भ्रष्टाचार की स्थिति यह है कि जिसके पास 50 एकड़ जमीन है, पैसा देकर गरीबी रेखा में अपना नाम जुड़वा लेता है। आज भाजपा राज में सुनियोजित सिस्टम से पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की एक व्यवस्था बन चुकी है। प्रदेश में हो रही भर्ती परीक्षाओं में किस तरह से धांधली हो रही है, भ्रष्टाचार हो रहा है। प्रश्न यह है कि क्या भ्रष्टाचार के सिस्टम से प्रदेश चल सकता है? यह जो भी घोटाले हुए हैं पटवारी घोटाला या कोई और घोटाले हम सभी की जांच करेंगे और शासकीय कर्मचारी से जांच नहीं करवाएंगे, आप युवाओं से जांच करवाएंगे।'