मणिपुर के लिए रवाना हुए विपक्षी गठबंधन INDIA के 20 सांसद, राहत शिविरों में पीड़ितों से करेंगे मुलाकात

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि आने वाले सप्ताह में हम मणिपुर के लोगों की चिंताओं को संसद के सामने रखना चाहते हैं। जो लोग एक भारत की बात करते थे उन्होंने मणिपुर में दो पक्ष बना दिए हैं।

Updated: Jul 29, 2023, 11:44 AM IST

नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवपलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के 20 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार सुबह मणिपुर के इंफाल रवाना हुआ। मणिपुर में ये सांसद हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की जमीनी स्थिति का आकलन करने के बाद समस्याओं के समाधान के बारे में सरकार तथा संसद को अवगत कराएंगे।

विपक्षी सांसद राज्य में तीन महीनों से जारी हिंसा और यहां के लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर सरकार और संसद को अपनी राय भी देंगे। दौरे से पहले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम वहां राजनीतिक मुद्दे उठाने के लिए नहीं बल्कि मणिपुर के लोगों के दर्द को समझने के लिए जा रहे हैं। हम सरकार से मणिपुर में उभरी संवेदनशील स्थिति का समाधान खोजने की अपील कर रहे हैं। सरकार ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई है। हम मणिपुर में जमीनी स्तर पर वास्तविक स्थिति का आकलन करने जा रहे हैं।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि आने वाले सप्ताह में हम मणिपुर के लोगों की चिंताओं को संसद के सामने रखना चाहते हैं। जो लोग एक भारत की बात करते थे उन्होंने मणिपुर में दो पक्ष बना दिए हैं। डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि हम मणिपुर में लोगों से मिलेंगे और उन्हें बताएंगे कि हम उनके साथ हैं। आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि मणिपुर और यहां के लोगों का दर्द समझना प्रधानमंत्री मोदी की जिम्मेदारी है। वे अलग-अलग राज्यों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। हम मणिपुर जाएंगे और लोगों की समस्याएं समझेंगे। हमें उम्मीद है कि सरकार इसे सकारात्मक तरीके से लेगी और हम मदद करने जा रहे हैं, ना कि उनकी समस्याएं बढ़ाने के लिए। 

आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि हम मणिपुर के लोगों को सुनने और उनकी स्थिति को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी समुदाय के लोगों को सुनने की कोशिश करेंगे। यह हमारा एकमात्र उद्देश्य है। जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए विपक्षी सांसदों की दो दिवसीय मणिपुर यात्रा पर जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह ने कहा कि हम मणिपुर के लोगों से मिलेंगे। राज्य कई महीनों से जल रहा है और वहां शांति बहाल करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री मणिपुर को छोड़कर सभी मुद्दों पर बोल रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य सरकार ने इन 20 सांसदों को इस दौरे की परमिशन नहीं दी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इन नेताओं को एयरपोर्ट पर ही रोका जा सकता है। BJP ने विपक्षी दलों पर मणिपुर में और तनाव पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह उनके मणिपुर दौरे के खिलाफ हैं। उन्होंने पूछा कि क्या ये लोग मणिपुर के बाद पश्चिम बंगाल जाएंगे। क्या ये लोग बंगाल में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार को देश के सामने लाएंगे।