कोरोना का नया वेरिएंट वैक्सीन को भी चकमा दे सकता है: AIIMS चीफ

AIIMS के प्रमुख डॉ गुलेरिया के मुताबिक नए वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक परिवर्तन मिले हैं, जो वायरस को हमारे प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता विकसित करने में मदद कर सकता

Updated: Nov 29, 2021, 03:52 AM IST

Photo Courtesy: Mint
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है। एम्स के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी इसे लेकर चेताया है। डॉ गुलेरिया ने कहा है कि यह वैक्सीन को भी चकमा दे सकता है। एम्स चीफ के मुताबिक कोरोना के नए Omicron वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक परिवर्तन मिले हैं, जो वायरस को हमारे प्रतिरक्षा तंत्र से बचने की क्षमता विकसित करने में मदद कर सकता है। यही वजह है कि यह टीकों को भी चकमा दे सकता है।

गुलेरिया ने कहा कि नए स्ट्रेन के खिलाफ वैक्सीन की प्रभावशीलता का मूल्याकंन गंभीरता से करने की आवश्यकता है। दरअसल, स्पाइक प्रोटीन की उपस्थिति ही पोषक कोशिका में वायरस के प्रवेश को आसान बनाती है और इसे फैलने देने और संक्रमण पैदा करने के लिए भी वही जिम्मेदार है। डॉ गुलेरिया ने बताया कि कोरोना के नए स्वरूप में स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में 30 से अधिक उत्परिवर्तन हुए हैं और इसलिए इसके प्रतिरक्षा तंत्र से बच निकलने की क्षमता विकसित करने की संभावना है। 

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ऐम्स प्रमुख ने बताया कि अधिकांश टीके स्पाइक प्रोटीन के खिलाफ एंटीबॉडी बनाकर काम करते हैं। इसलिए स्पाइक प्रोटीन क्षेत्र में इतने सारे परिवर्तन से कोविड-19 टीकों की प्रभावशीलता कम हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमारी आगे की तैयारी इस बात पर निर्भर करती है कि नए स्ट्रेन के प्रसार, स्पीड़ और प्रतिरक्षण क्षमता से बच निकलने के सामर्थ्य पर क्या जानकारी निकलकर सामने आता है।

बता दें कि कोरोना के नए स्वरूप बी.1.1.1.529 पर भारत भी बारीकी से नजर रख रहा है। हालांकि, देश में इसकी उपस्थिति का अब तक पुष्ट जानकारी नहीं है। महाराष्ट्र के ठाणे में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटा एक व्यक्ति कोरोना से संक्रमित जरूर पाया गया है। उसके सैंपल को जीनोम सैंपलिंग के लिए मुंबई भेजा गया है, वहां जांच के बाद omicron वेरिएंट के बारे में जानकारी सामने आ सकेगी।