बिहार में साथ-अरुणाचल में घात, नीतीश के 6 विधायक तोड़कर बीजेपी ने दिया संदेश

बिहार में JDU के साथ मिलकर सरकार चला रही बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में पार्टी के 7 में से 6 विधायकों को तोड़कर नीतीश कुमार को अपने इरादों का संकेत दे दिया है

Updated: Dec 25, 2020, 10:39 PM IST

Photo Courtesy: The Week
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ईटानगर। बिहार में साथ और अरुणाचल प्रदेश में घात..ये है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बीजेपी का नया संदेश। खबर ये है कि बिहार में जेडीयू के साथ मिलकर सरकार चला रही बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में नीतीश कुमार की पार्टी को करारा झटका दिया है। उत्तर पूर्वी राज्य में बीजेपी ने नीतीश के 7 में से 6 विधायकों को तोड़कर अपने पाले में कर लिया है। इस तरह से बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश में नीतीश कुमार की पार्टी का लगभग सूपड़ा ही साफ कर दिया है। अपने सहयोगी दल में की गई इस सेंधमारी के जरिए बीजेपी ने जेडीयू को अपने इरादों का साफ संकेत दे दिया है।

बीजेपी ने यह झटका ऐसे समय में दिया है, जब कल यानी शनिवार को बिहार की राजधानी पटना में जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने वाली है। इस बैठक के मद्देनजर जेडीयू के इन विधायकों के ठहरने का इंतजाम तक कर लिया गया था। लेकिन बैठक के ठीक एक दिन पहले बीजेपी ने लगभग सभी विधायकों को अपने पाले में कर लिया है।

पिछले साल अप्रैल के महीने में हुए अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 15 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे और 7 सीटों पर जीत हासिल की थी। जेडीयू राज्य में दूसरी बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। लेकिन अब इन सात विधायकों में से 6 बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जेडीयू के सभी विधायक बीजेपी सरकार का ही समर्थन कर रहे थे। फिर भी बीजेपी ने उन्हें तोड़कर अपने साथ मिला लिया।

अरुणाचल प्रदेश विधानसभा की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार जेडीयू के रमगोंग विधानसभा क्षेत्र के तालीम तबोह, चायांग्ताजो के हेयेंग मंग्फी, ताली के जिक्के ताको, कलाक्तंग के दोरजी वांग्दी खर्मा, बोमडिला के डोंगरू सिंयोग्जु और मारियांग-गेकु निर्वाचन क्षेत्र के कांगोंग ताकू भाजपा में शामिल हो गए हैं। इनके अलावा पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के लिकाबली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक करदो निग्योर भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इसके पहले नागालैंड में भी बीजेपी ने जेडीयू के इकलौते विधायक को तोड़कर अपने साथ मिला लिया था।

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बिहार में एनडीए में हो सकता है बिखराव

जेडीयू में इस टूट को लेकर पार्टी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी में इस टूट को लेकर जेडीयू हाईकमान काफी नाराज है। जानकारों का मानना है कि सीएम नीतीश भले ही इसके बाद तत्काल एक्शन नहीं लेंगे लेकिन इससे दोनों पार्टियों के बीच खटास आना स्वाभाविक है। लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू को लगे झटके पर तंज़ करते हुए नीतीश कुमार को आगाह किया है। 

आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भाजपा ने जेडीयू के 6 विधायकों को तोड़कर अपने पाले में शामिल करा लिया. अब बिहार में भी भाजपा यही खेल करेगी। संभल जाइये नीतीश जी। भाजपा ने जो खेल अरुणाचल में खेला, वही खेल वो बिहार में दोहराएगी, क्योंकि बिहार के भाजपा के दो-दो डिप्टी सीएम ने दिल्ली जाकर पीएम मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है।

उन्होंने कहा, " इस मुलाकात के कई मायने निकल रहे हैं। भाजपा कैबिनेट विस्तार के पहले कहीं अपना विस्तार बिहार में ना कर ले। अपने दम पर कहीं सरकार ने बना ले। इस बात की आशंका है। ऐसे में मुख्यमंत्री जी समय रहते कुछ बोलिए और करिए। सबसे महत्वपूर्ण बात कि संभल जाइए।"

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गौरतलब है कि पिछले महीने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे जिसमें बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी वहीं नीतीश की पार्टी जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गई थी। हालांकि, बीजेपी ने अपने चुनाव पूर्व वादे के मुताबिक नीतीश को सीएम बनाया था। हालांकि, इस दौरान भी नीतीश को नाममात्र सीएम तो बना दिया गया लेकिन उसके अलावा बाकी के सारे फैसले बीजेपी ने अपने मनमाफिक लिए जो अबतक जारी है। इसे लेकर दोनों पार्टी के नेता एकदूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी करने से नहीं चूक रहे हैं। अब देखना यह होगा कि अरुणाचल में मिले इस धोखे का सीएम नीतीश पर क्या असर पड़ता है।