वैक्सीन सर्टिफिकेट पर मोदी की फोटो, टीएमसी ने की चुनाव आयोग से शिकायत

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, चुनाव की तारीख़ों के एलान के बाद राज्य में आचार संहिता लागू है, ऐसे में सर्टिफिकेट पर नरेंद्र मोदी की फोटो लगाना आचार संहिता का उल्लंघन है

Updated: Mar 03, 2021, 11:03 AM IST

Photo Courtesy : Twitter
Photo Courtesy : Twitter

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगाए जाने का कड़ा विरोध किया है। पार्टी का कहना है कि राज्य में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे में कोरोना सर्टिफिकेट पर नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाना आचार संहिता के खिलाफ है। तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले में निर्वाचन आयोग से शिकायत की है। टीएमसी का आरोप है कि कोरोना वैक्सीनेशन के नाम पर बीजेपी का प्रचार किया जा रहा है, जो आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन है।

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'राज्य में चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही आचार संहिता लागू हो चुकी है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाया जाना उचित नहीं है। आचार संहिता के बावजूद जिस तरह से कोविड-19 के दस्तावेजों पर पीएम मोदी की तस्वीरें दिखाई जा रही है यह बीजेपी की बेशर्मी है।'

दरअसल, देशभर में कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाने वालों को सर्टिफिकेट ऑफ वैक्सीनेशन दिया जा रहा है। इस सर्टिफिकेट के नीचे प्रधानमंत्री मोदी तस्वीर छपी हुई है। हैरानी की बात यह है कि जिन पांच प्रदेशों में चुनाव होने हैं वहां भी मोदी की तस्वीर लगे सर्टिफिकेट ही बांटे जा रहे हैं। टीएमसी ने इसे सरकारी तंत्र का इस्तेमाल करके बीजेपी का चुनाव प्रचार बताते हुए कड़ा विरोध किया है।

यह भी पढ़ें: रॉकेट के साथ गई पीएम की तस्वीर, स्टेडियम के बाद अब अंतरिक्ष में भी 'मोदी-मोदी'

विपक्ष आरोप लगा रहा है कि बीजेपी और केंद्र सरकार पर महामारी को सेल्फ प्रमोशन के माध्यम के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। पीएम मोदी पर विपक्ष के कई दल अबतक यह आरोप लगा चुके हैं कि वे महामारी की आपदा में अपनी पार्टी के लिए अवसर तलाशने में लगे हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के टीकाकरण करवाने का जिस तरह से प्रचार किया गया, उस पर भी विवाद हो रहा है।  

पीएम के टीका लगवाने के बाद कहा गया कि उन्हें पुदुच्चेरी और केरल की नर्सों ने टीका लगाया। पीएम ने टीका लेते हुए एक स्माइलिंग तस्वीर भी साझा की थी, जिसमें वे असम का गमछा लपेटे हुए नज़र आ रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि असम, पुदुच्चेरी और केरल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए वैक्सीन लगवाने में भी इन राज्यों का जिक्र करके सियासी संदेश देने की कोशिश की जा रही है।