अखिलेश ने हमें अपमानित किया, उन्हें दलितों की जरूरत नहीं, चंद्रशेखर नहीं करेंगे सपा से गठबंधन

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन के कयासों पर आज विराम लगा दिया है, चंद्रशेखर ने अखिलेश यादव को दलित विरोधी करार देते हुए कहा है कि उन्होंने हमें अपमानित किया

Updated: Jan 15, 2022, 06:44 AM IST

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर में बात नहीं बन पाई है। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के कयासों पर रावण ने आज खुद विराम लगा दिया है। चंद्रशेखर ने अखिलेश यादव को दलित विरोधी करार देते हुए कहा है कि उन्होंने हमें अपमानित किया।

चंद्रशेखर ने शनिवार को लखनऊ में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, 'पिछले 6 महीनों में मेरी अखिलेश यादव से कई बार मुलाकातें हुईं हैं। इस दौरान सकारात्मक बातें भी हुईं लेकिन अंत में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की ज़रूरत नहीं है। वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते। वह सिर्फ चाहते हैं कि दलित उनको वोट करें, गठबंधन का नेता न बनें।

चंद्रशेखर ने अखिलेश यादव को दलित विरोधी करार देते हुए कहा है कि उन्होंने मुझे अपमानित किया। भीम आर्मी चीफ ने कहा, 'मैं कांशीराम जी को अपना नेता मानता हूं। कांशीराम ने भरोसा करके मुलायम सिंह यादव को सीएम बनाया था। लेकिन बाद में उनके लोगों ने दलितों के साथ क्या किया ये सभी को मालूम है। इस बारे में बुद्धिजीवियों से भी मैने बात की। उन्होंने भी कहा कि आप खुलकर बात कीजिए।

चंद्रशेखर ने कहा कि, 'मेरा डर यह था कि अगर दलित समुदाय के लोग समाजवादी गठबंधन को वोट कर देंगे तो सरकार बनने के बाद हम अपने विषयों पर बात ही न कर पाएं। मुझे डर है कि सरकार बनने के बाद फिर वही हो जो पहले होते थे। दलितों को पीटा जाए, उनका घर जलाया जाए, महिलाओं का बलात्कार हो, हाथरस जैसी घटनाएं हों। आखिरकार कल अखिलेश यादव ने हमें अपमानित किया। हमारी लड़ाई सामाजिक न्याय की है। हम विधायक बनने के लिए संघर्ष नहीं कर रहे।'

चंद्रशेखर ने आगे कहा कि बीजेपी को रोकने के लिए मैंने अपने स्वाभिमान से समझौता किया था। हमारे कार्यकर्ता अपने हितों की लड़ाई खुद लड़ना चाहते हैं। बात हिस्सेदारी की है जितनी संख्या हमारी, उतनी हिस्सेदारी भी। हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि कल चंद्रशेखर और अखिलेश यादव के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों दलों में गठबंधन की खबरें सामने आ रही थी। कल देर रात चंद्रशेखर ने इस संबंध में एक ट्वीट भही किया था।

ट्वीट में चंद्रशेखर ने लिखा कि, 'एकता में बड़ा दम है। मजबूती और एकता के बगैर बीजेपी जैसी मायावी पार्टी को हराना आसान नहीं है। गठबंधन के अगुवा का दायित्व होता है कि वो सभी समाज के लोगों के प्रतिनिधित्व और सम्मान का खयाल रखें। आज यूपी में दलित वर्ग अखिलेश यादव से इस जिम्मेदारी को निभाने की अपेक्षा रखता है।'