अब स्टूडेंट्स एकसाथ दो डिग्री कोर्स कर सकते हैं, बशर्ते दोनों क्लास की टाइमिंग अलग-अलग हो 

यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और संस्थानों-कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को इस सम्बन्ध में लिखा पत्र, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने उच्च शिक्षा को अधिक लचीला बनाने के लिए उठाया कदम,  देश के शीर्ष विश्वविद्यालय भी अब शुरू कर सकेंगे ऑनलाइन पाठ्यक्रम 

Publish: Apr 14, 2022, 05:22 AM IST

नई दिल्ली। 
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अब स्टूडेंट्स को एकसाथ दो डिग्री कोर्स करने की अनुमति दे दी है। शर्त ये है कि दोनों कोर्स के क्लास की टाइमिंग अलग-अलग होनी चाहिए। एक कोर्स को स्टूडेंट प्रत्यक्ष रूप से क्लास अटेंड करके तो दूसरे को डिस्टेंस लर्निंग या ऑनलाइन मोड में कर सकता है। यूजीसी ने इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश भी जारी किये हैं। यह नियम पीएचडी को छोड़कर सभी कोर्स के लिए लागू किया गया है। 

यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा है कि अब स्टूडेंट्स एक पूर्णकालिक डिग्री कोर्स के साथ ही दो शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को भी आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा है कि नई शिक्षा नीति के अनुसार उच्च शिक्षा को अधिक लचीला बनाने के लिए ये कदम उठाया गया है। यूजीसी ने इस सम्बन्ध में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और संस्थानों-कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को पत्र लिखा है। पत्र में दो डिग्री कोर्स को एकसाथ प्राप्त करने से संबंधित गाइडलाइन का जिक्र किया गया है।  यूजीसी की नई पहल शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से लागू होगी।  

गाइडलाइन के अनुसार अब स्टूडेंट्स फिजिकल + फिजिकल मोड या फिजिकल + ऑनलाइन मोड या ऑनलाइन + ऑनलाइन मोड में एक साथ दो यूजी या पीजी डिग्री / डिप्लोमा कर सकते हैं। यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने यह भी कहा है कि यूजीसी ने भारत के प्रमुख विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन डिग्री पाठ्यक्रम शुरू करने का विकल्प भी दिया है। इसके लिए नए दिशा-निर्देश दो सप्ताह में अधिसूचित किए जाएंगे।

दरअसल उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग और सीमित सीटों की संख्या को देखते हुए कई उच्च शिक्षण संस्थानों ने डिस्टेंस लर्निंग या ऑनलाइन कोर्स को अपने यहाँ पहले से ही शुरू किया  हुआ है। यूजीसी के इस कदम के बाद दूसरे संस्थान भी ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को लेकर आएंगे।