Bihar Congress: बिहार चुनाव में सुशांत नहीं विकास होगा मुद्दा
Bihar Election 2020: बिहार में सुशांत मामले को लेकर बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप, कांग्रेस और आरजेडी एक सुर में कर रहे हैं बीजेपी के कैंपेन का विरोध
                                        पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हैं। बिहार की मौजूदा एनडीए सरकार विधानसभा चुनावों में सुशांत सिंह राजपूत के मौत के मामले को लेकर चुनावों में उतरना चाह रही है। बीजेपी ने इसके लिए बाकायदा सुशांत के पोस्टर के साथ 'न भूले हैं, न भूलने देंगे' नारे के साथ कैम्पेन शुरू कर दिया है।
इसी बीच बीजेपी के इस नारे को लेकर कांग्रेस ने हमला बोला है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव सुशांत के मुद्दे पर नहीं विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। मदन मोहन झा ने कहा है कि सुशांत बिहार के बेटे थे, इस राज्य के धरोहर थे। सुशांत की मौत जिस कारण भी हुई हो, लेकिन उनकी मृत्यु काफी दुखद है। इस मामले का कानूनी प्रक्रिया के तहत निपटारा होना चाहिए लेकिन जहाँ तक बिहार विधानसभा चुनाव की बात है वो विकास के मुद्दे पर ही होगा।
सुशांत के नाम पर राजनीति करने वालों को जनता सबक सिखाएगी 
उधर पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू के सहयोगी दल राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि बिहार की जनता आगामी चुनाव में सुशांत के नाम पर राजनीति करने वालों को सबक सिखा देगी। तिवारी ने कहा कि 'सुशांत मामले की जांच की सबसे पहले मांग तेजस्वी यादव ने ही उठाई थी। हम भी चाहते हैं कि सुशांत को इंसाफ मिले।' तिवारी ने कहा कि 'बीजेपी कहती है कि न भूले हैं न भूलने देंगे। हम भी मजदूरों को पैदल चलने पर मजबूर करने, उनपर लाठियां बरसाने को न भूले हैं और न ही भूलने देंगे।'




                            
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
        
                                    
                                
                                    
                                    
                                    
								
								
								
								
								
								
								
								
								