बिप्लब देब ने दी अपने अधिकारियों को हिदायत, अदालत से मत डरो, यहां का बाघ मैं हूं
बिप्लब देब द्वारा न्यायपालिका के खिलाफ की गई टिप्पणी का विरोध हो रहा है, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने त्रिपुरा सीएम के इस बयान को लेकर कहा है कि राज्य के सीएम के शासन में लोकतंत्र दांव पर है

नई दिल्ली। हमेशा अपनी बेतुकी और विवादित बयानबाज़ी को लेकर चर्चा में रहने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब एक बार फिर चर्चा में हैं। भाजपा नेता ने न्यायपालिका के खिलाफ खुले मंच से टिप्पणी की है। बिप्लब देब ने अपने अधिकारियों से कहा है कि उन्हें अदालत से डरने की कोई ज़रूरत नहीं है, क्योंकि खुद बतौर मुख्यमंत्री वे इस राज्य के बाघ हैं। बिप्लब देब ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारी अदालत से ऐसे डरते हैं, जैसे अदालत कोई बाघ हो। लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि इस राज्य का बाघ मैं हूं, इसलिए उन्हें किसी अदालत से डरने की कोई ज़रूरत नहीं है।
बिप्लब देब बीते शनिवार को सिविल सर्विस ऑफिसर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों की कार्यशैली का ज़िक्र छेड़ते हुए कहा कि 'ये लोग सिस्टम की बात करते हैं। मैं पूछता हूं समस्या आखिर कहा हैं? इस पर अधिकारी कहते हैं कि सर हम जोखिम नहीं उठा सकते। क्योंकि इससे कोर्ट की अवमानना हो सकती है।'
बिप्लब देब ने कहा कि मैं पूछता हूं कि अब तक आखिर कितने लोगों को अदालत की अवमानना करने को लेकर जेल हुई है? भाजपा नेता ने कहा कि कौन जेल भेजेगा? अगर तुम लोगों को जेल हुई तो सबसे पहले मैं जेल जाऊंगा। सीएम ने अधिकारियों को भड़काते हुए कहा कि किसी को जेल भेज देना इतना आसान नहीं है। उसके लिए पुलिस की ज़रूरत पड़ती है। और पुलिस मेरे नियंत्रण में है।
भाजपा नेता यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे की स्थिति भी समझाते हुए कहा कि ये लोग किसी को जेल नहीं भेज पाएंगे। पुलिस कह देगी हमें कोई मिला ही नहीं। तब ये क्या कर लेंगे? सीएम ने कहा कि अधिकारी अदालत की अवमानना से ऐसे डरते हैं जैसे वह कोई बाघ हो हो। यहां का बाघ मैं हूं। जो सरकार चलाता है ताकत उसके पास होती है। सीएम ने कहा कि ऐसे ही एक मुख्य सचिव ने अदालत की अवमानना की बात कही थी, मैंने तभी उसे जाने के लिए कह दिया।
.@BjpBiplab is a DISGRACE to the entire nation!
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) September 26, 2021
He shamelessly mocks Democracy, MOCKS the Hon'ble JUDICIARY and seemingly gets away with it!
Will the SUPREME COURT take cognizance of his comments that reflect such grave disrespect? pic.twitter.com/0qEAdBQ54r
त्रिपुरा के सीएम के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बयान के वायरल होने के बाद बिपलब देब चौतरफा घिर गए हैं। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने बिप्लब देब के वीडियो को साझा करते हुए कहा है कि राज्य में लोकतंत्र दांव पर लग चुका है। टीएमसी नेता ने कहा कि क्या सुप्रीम कोर्ट भाजपा नेता के इस बयान पर स्वतः संज्ञान लेगा जिससे साफ तौर पर अदालत का अपमान झलक रहा है।