राष्ट्रवाद की आड़ में घिनौना खेल खेल रही BJP, आतंकियों से कनेक्शन पर कांग्रेस ने उठाए सवाल

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि नुपुर शर्मा भी बीजेपी की, रियाज़ अख्तारी भी बीजेपी का, तालिब हुसैन भी आपकी पार्टी का? आखिर ये क्या रिश्ता है

Updated: Jul 05, 2022, 12:07 PM IST

नई दिल्ली। उदयपुर से लेकर जम्मू तक आतंकियों के बीजेपी कनेक्शन सामने आने के बाद अब केंद्र की मोदी सरकार पर विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस ने मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेस कर सिलसिलेवार उन सभी आतंकी घटनाओं का जिक्र किया जिसके बीजेपी से कनेक्शन सामने आए थे। 'आतंकवादियों से नाता है, यह रिश्ता क्या कहलाता है', इसी लाइन पर कांग्रेस पार्टी के नेता पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार एवं भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने एक नहीं, बल्कि कई ऐसे मामले मीडिया के समक्ष रखे, जिनमें आतंकियों और बीजेपी के बीच संबंध दिखाया गया है।

कांग्रेस मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि, 'पिछले एक सप्ताह में बीजेपी का चेहरा बेनकाब हो गया है। उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या, आतंकवादी भाजपा का कार्यकर्ता निकला। जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों में से एक तालिब हुसैन शाह बीजेपी का पदाधिकारी निकला। "तालिब हुसैन शाह", जो जम्मू के भाजपा के माइनॉरिटी मोर्चा आईटी सेल का प्रभारी है, जब पकड़ा गया तब यह पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर हमले की योजना बना रहा था। जिसकी देश के गृहमंत्री के साथ तक तस्वीर है।'

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, 'राष्ट्रवाद की बात करने वालों के लिए क्या ये शर्म की बात नहीं है? और यह कोई पहला या दूसरा मौका नहीं है, जब भाजपा के नेता या कार्यकर्ता आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं। ऐसी कई घटनाएं हैं। क़रीब दो साल पहले जम्मू कश्मीर में एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जब आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में बीजेपी के पूर्व नेता एवं सरपंच "तारिक़ अहमद मीर" को गिरफ्तार किया गया था। मीर पर हिजबुल कमांडर नवेद बाबू को हथियार देने का आरोप था, जो आतंकियों की मदद करने वाले डीएसपी दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार हुआ था।'

पवन खेड़ा ने बताया कि, 'साल 2017 में मध्यप्रदेश की वह घटना आपको याद होगी जब ATS की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक BJP आईटी सेल का सदस्य ध्रुव सक्सेना भी शामिल था। 2 साल बाद, 2019 में मध्यप्रदेश में बजरंग दल के एक नेता बलराम सिंह की गिरफ्तारी टेरर फंडिंग के आरोप में हुई थी। आईटी सेल वाले आतंकवादी ही हैं।' उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि येलाग टेरर फंडिंग भी खुद ही करते हैं, इससे ज्यादा आत्मनिर्भर पार्टी हमने नहीं देखी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि, 'वर्ष 2017 में एनआईए की विशेष अदालत ने आतंकियों को आर्थिक मदद देने के आरोप में असम के भाजपा नेता "निरंजन होजाई" को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इन्हें एक हजार करोड़ के वित्तीय घोटाले एवं टेरर फंडिंग मामले में दोषी पाया गया था। इनकी फंडिंग से मिले पैसों से आतंकवादी हथियार आदि खरीदते थे जिसका इस्तेमाल देश की सेवा में लगे हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ होता था।'

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'BJP सत्ता के लिए अपराध सिद्ध आतंकवादी को भी टिकट देने से नहीं चूकि। इसी भाजपा ने "मोहम्मद फारुख खान" को स्थानीय चुनाव में श्रीनगर के वार्ड नंबर 33 से टिकट दिया था। जो J&K लिबरेशन फ्रंट एवं हरकत उल मुजाहिदीन का सदस्य रह चुका है। सवाल:- नूपुर शर्मा, रियाज़ अटारी और तालिब हुसैन भी आपकी ही पार्टी का? खुद मेन्स्ट्रीम में रहने के लिए ऐसे कितने फ़्रिंज पाले हैं आपने? इसका भी जवाब दीजिए।'