चुनाव पूर्व ध्रुवीकरण की पिच पर लौटी बीजेपी, पीएम मोदी ने छेड़ा यूनिफॉर्म सिविल कोड का राग

प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार मंच से यूनिफॉर्म सिविल कोड का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है। अलग-अलग कानून से देश कैसे चलेगा।

Updated: Jun 27, 2023, 03:40 PM IST

भोपाल। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी एक बार फिर ध्रुवीकरण की पिच पर लौटती नजर आ रही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव से पूर्व प्रधानमंत्री मोदी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड का राग छेड़ दिया है। पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि एक घर दो कानूनों से नहीं चल पाएगा, ठीक उसी तरह से एक देश में दो कानून नहीं हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को राजधानी भोपाल में आयोजित "मेरा बूथ, सबसे मजबूत" कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने मंच से पहली बार मंच से यूनिफॉर्म सिविल कोड का जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'यूनिफार्म सिविल कोड के नाम पर देश के लोगों को भड़काया जा रहा है। एक घर में दो कानून से घर नहीं चल पाएगा। ठीक उसी तरह से एक देश में दो कानून नहीं हो सकते हैं।'

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत के संविधान मे भी नागरिक के समान अधिकार की बात की गयी है। कुछ लोग तुष्टीकरण की राजनीति करते है और देश को तोड़ते है। वोट बैंक की राजनीति हो रही है। पसमांदा मुस्लिम राजनीति के शिकार हो रहे हैं। बीजेपी कैडर मुस्लिम को जाकर समझाए। जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, वकालत करते हैं, ये वोटबैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं।'

प्रधानमंत्री का यह बयान तब आया जब बीते दिनों ही लॉ कमीशन ने एक विज्ञप्ति जारी कर देश के नागरिकों से समान नागरिक संहिता पर उनसे लिखित सुझाव मांगे थे। माना जा रहा है कि बीजेपी एक बार फिर महंगाई, बेरोजगारी व अन्य प्रमुख मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाकर यूनिफॉर्म सिविल कोड को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश में है।

भारतीय जनता पार्टी इससे पहले भी चुनावों में समान नागरिक संहिता का मुद्दा उठाती रही है। साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में यह भाजपा के प्रमुख चुनावी वादों में शुमार था। हालांकि, 9 साल तक स्पष्ट बहुमत होने के बाद भी भाजपा ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। इस बार विपक्ष को एकजुट होते देख भाजपा सरकार चुनाव पूर्व यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के तैयारी में है। सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा अपने लाभ के लिए ध्रुवीकरण कर रही है। इससे वह सत्ता में तो आ सकती है लेकिन देश को नुकसान होगा।