जितनी आबादी, उतना हक़... ये हमारा प्रण, राहुल गांधी ने उठाई पूरे देश में जातिगत जनगणना की मांग

जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में सामान्य वर्ग 15.52%, पिछड़ा वर्ग 27.13%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, है, अनुसूचित जाति के लोग 19.65 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की कुल आबादी 1.68 फीसदी है।

Updated: Oct 02, 2023, 07:32 PM IST

नई दिल्ली। बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े आने के बाद देश की राजनीति नई सरगर्मी आ गई है। कांग्रेस ने बिहार की तरह ही पूरे देश में जातिगत जनगणना कराए जाने की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि "जितनी आबादी, उतना हक़" ये हमारा प्रण है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'बिहार की जातिगत जनगणना से पता चला है कि वहां OBC + SC + ST 84% हैं। केंद्र सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ़ 3 OBC हैं, जो भारत का मात्र 5% बजट संभालते हैं! इसलिए, भारत के जातिगत आंकड़े जानना ज़रूरी है। जितनी आबादी, उतना हक़ - ये हमारा प्रण है।'

वहीं, कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा, 'बिहार सरकार ने अभी राज्य में कराए गए जाति आधारित सर्वे के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस पहल का स्वागत करते हुए और कांग्रेस सरकारों द्वारा कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों में इसी तरह के पहले के सर्वेक्षणों को याद करते हुए, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अपनी मांग दोहराती है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द राष्ट्रीय जाति जनगणना कराए। यूपीए-2 सरकार ने, वास्तव में इस जनगणना के कार्य को पूरा कर लिया था लेकिन इसके नतीजे मोदी सरकार ने जारी नहीं किए। सामाजिक सशक्तिकरण कार्यक्रमों को मज़बूती प्रदान करने और सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने के लिए ऐसी जनगणना आवश्यक हो गई है।'

जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा, 'बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़ें जारी होने पर कहा कि आज गांधी जयंती पर इस ऐतिहासिक क्षण के हम सब साक्षी बने हैं। बीजेपी की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया। ये आंकड़े वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास और तरक्की के लिए समग्र योजना बनाने और हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नजीर पेश करेंगे।'

बता दें कि बिहार में हुई जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट आज जारी की गई। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है। इसमें पिछड़ा वर्ग 27.13%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01%, सामान्य वर्ग 15.52% है। अनुसूचित जाति के लोग 19.65 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की कुल आबादी 1.68 फीसदी है। सर्वे के अनुसार, राज्य में 3.6 फीसदी ब्राह्मण, 3.45 फीसदी राजपूत, 2.89 फीसदी भूमिहार, 0.60 फीसदी कायस्थ, 14.26 फीसदी यादव, 2.87 फीसदी कुर्मी, 2.81 फीसदी तेली, 3.08 फीसदी मुसहर, 0.68 फीसदी सोनार हैं। बिहार की कुल आबादी में 81.99 फीसदी हिंदू हैं। केवल 17.7 फीसदी लोग मुसलमान हैं। बाकी ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन तथा अन्य धर्म को मानने वालों की संख्या 1 फीसदी से भी कम है।