बारिश से बेहाल हुआ बिहार, बाढ़ जैसे हालात, दर्जनों अस्पताल बने तालाब, ओपीडी में पहुंचा पानी
बिहार की राजधानी पटना समेत दरभंगा, कटिहार व अन्य इलाकों में बारिश की वजह से अस्पताल की स्थिति बनी नारकीय, आरजेडी ने सीएम नीतीश पर साधा निशाना
पटना। ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में कहर बरपाने के बाद अब चक्रवाती तूफान यास का प्रकोप बिहार में देखने को मिल रहा है। राज्यभर में पिछले 3 दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। बारिश का सबसे बुरा प्रभाव राज्य के कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों पर पड़ा है।
राजधानी पटना समेत दरभंगा और कटिहार से बाढ़ की विचलित करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। राजधानी पटना के कई कोविड-19 डेडिकेटेड अस्पताल जलमग्न हो गए हैं। अस्पतालों के ओपीडी वार्ड तक कमरभर पानी पहुंचने की वजह से कोरोना संक्रमित मरीजों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। बारिश ने अस्पतालों की स्थिति नारकीय बना दिया है।
सदर अस्पताल हाजीपुर का हाल!
— RJD Vaishali (@VaishaliRjd) May 29, 2021
ICU, CCU में भी पानी!
अस्पताल, जहाँ लोग पीड़ा में ही आते हैं, वहाँ भी सरकार हर साल बरसात में मिलने वाली इस पीड़ा से भी आजतक निजात नहीं दिला पाई! pic.twitter.com/YcMP6zK1zO
पटना के जयप्रभा अस्पताल में पानी घुसने के बाद दवाइयां तक बहने लगी। अस्पताल की इस हालात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, 'जरा सी बारिश होती नहीं है कि राजधानी पटना डूब जाता है, आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। बिहार के सभी शहरों की यही स्थिति है। नागरिकों के लिए कोई सुविधाएं नहीं, जल निकासी और साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं। कोने-कोने में कचरों का अंबार। आश्चर्य की कोई बात नहीं बिहार के शहर सबसे ज्यादा गंदे हैं।
Little bit of heavy rain & whole Patna gets submerged in water jeopardising the normal life. Same is the case with every city in Bihar.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 28, 2021
No civic amenities!
No care for drainage & sanitation! Heaps of garbage at every corner! No wonder cities of Bihar are most polluted & filthy! https://t.co/7JP1iuJX62
कमोबेश यही स्थिति बिहार के दरभंगा में देखने को मिली है। जिला के शासकीय दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (डीएमसीएच) अस्पताल तालाब बन चुका है। यहां कोविड-19 वार्ड में घुटनों तक पानी भर गया हैं। मरीजों के परिजन पानी मे घुसकर आवश्यक समान पहुंचाने में जुटे हुए हैं। अस्पताल ही नहीं पूरे जिले की स्थिति यही है। हालत ये है सड़कों और नालियों में फर्क करना मुश्किल हो गया है।
दरभंगा में @NitishKumar का जल जल योजना! pic.twitter.com/IyfDxanv2g
— RJD Darbhanga (@darbhanga_rjd) May 29, 2021
राज्य के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद का गृह जिला कटिहार भी इससे अछूता नहीं है। कटिहार का सदर अस्पताल भी जलमग्न है। यहां ओपीडी सहित विभिन्न वार्डों में पानी के कारण डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में पानी इतना भर गया कि बेड्स तक डूब गए। शहर के बैगना स्थित नहर बांध टूट गया था।
बिहार के एक भाजपाई उप मुख्यमंत्री @tarkishorepd के गृह जिला कटिहार का एक अस्पताल!#कोविड19 काल ने पिछले एक साल में @NitishKumar सरकार और उसके स्वास्थ्य व्यवस्था का हर बदरंग रूप सामने लाया है! #CycloneYaas ने एक और सालाना रूप याद दिला दिया!@RJDforIndia @yadavtejashwi pic.twitter.com/WEu80tS2Mh
— RJD Katihar (@katihar_RJD) May 28, 2021
गया और सहरसा से भी इसी तरह की तस्वीरें सामने आई है। चक्रवात के प्रकोप से पटना, दरभंगा, बांका, मुंगेर, बेगूसराय, गया और भोजपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत भी हुई है। सीएम ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। दरअसल, बीते 26 मई को चक्रवाती तूफान यास पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराया था। मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही चेतावनी जारी की थी कि बिहार में तूफान के कारण 2-3 दिनों तक भयंकर बरसात होगी। बावजूद इसके राज्य सरकार की ओर से कोई खास तैयारियां नहीं दिखी।