महाराष्ट्र में अब शिंदे सरकार, 164 वोटों के साथ हासिल किया बहुमत, उद्धव के दो और MLA हुए बागी

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को विधानसभा में विश्वासमत जीत लिया है, सरकार के समर्थन में 164 वोट पड़े हैं। बहुमत साबित करने के लिए सरकार को 144 वोटों की जरूरत थी।

Updated: Jul 04, 2022, 06:40 AM IST

मुंबई। महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है। शिंदे सरकार के समर्थन में 164 वोट पड़े। जबकि उद्धव गुट की शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के महा विकास अघाड़ी गठबंधन के पक्ष में 99 वोट पड़े। सदन में मौजूद 3 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। बहुमत परीक्षण से इस बात पर मुहर लग गई है कि फिलहाल एकनाथ शिंदे सरकार को कोई खतरा नहीं है।

फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव गुट के 2 और विधायक शिंदे खेमे में शामिल हो गए। कलमनुरी से शिवसेना विधायक संतोष बांगड़ ने शिंदे सरकार का समर्थन किया। विपक्षी बेंच पर बैठे विधायकों ने उनकी जमकर हूटिंग की। बांगर कल तक शिवसेना के उद्धव ठाकरे खेमे में थे और आज विधानसभा में ​बहुमत परीक्षण के दौरान एकनाथ शिंदे खेमे में चले गए। उधर लोहा से शिवसेना विधायक श्यामसुंदर शिंदे भी विश्वास मत से ठीक पहले एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए।

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फ्लोर टेस्ट के दौरान स्पीकर राहुल नार्वेकर ने पहले ध्वनिमत से वोटिंग का प्रयास किया था, लेकिन इस पर विपक्ष ने ऐतराज जताया था। इस पर स्पीकर राहुल नार्वेकर ने दोनों पक्षों के विधायकों को सीट पर ही खड़ा कराया और फिर विधानसभा के कर्मचारियों ने उनके पास जाकर मत लिया और उसके आधार पर ही फैसला लिया। इस दौरान एक दिलचस्प नजारा भी विधानसभा में देखने को मिला। बागी विधायक प्रताप सरनाइक ने जब एकनाथ शिंदे सरकार के समर्थन में मतदान किया तो उद्धव ठाकरे समर्थक शिवसेना विधायकों ने ईडी-ईडी के नारे लगाए। 

वोटिंग में पूर्व सीएम अशोक चव्हाण समेत कांग्रेस के 5 विधायक हिस्सा नहीं ले सके। बताया जा रहा है कि ये लोग विधानसभा में 11 बजे के तय वक्त के बाद पहुंचे और तब तक दरवाजे बंद हो चुके थे। ऐसे में उन्हें वोटिंग का मौका नहीं मिल सका।