मिडिल ईस्ट के आसमान में अचानक गायब हो रहा विमानों का GPS सिग्नल, DGCA ने जारी किया अलर्ट

सितंबर के आखिर में ईरान के पास कई कॉमर्शियल फ्लाइट्स अपने नेविगेशन सिस्टम के जाम हो जाने के बाद बंद हो गईं। इनमें से एक फ्लाइट स्पूफिंग का शिकार हुई और लगभग बिना परमिशन ईरानी एयरस्पेस में दाखिल हुई।

Updated: Nov 24, 2023, 07:13 PM IST

नई दिल्ली। मिडिल ईस्ट के हवाई क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों ने ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) के जाम होने और स्पूफिंग के कई मामले सामने आए हैं। इन रिपोर्टों से चिंतित होकर नागरिक उड्डयन नियामक (DGCA) ने सभी भारतीय एयरलाइंस के लिए एक अलर्ट जारी किया है। DGCA के सर्कुलर का मकसद एयरलाइंस को खतरे की प्रकृति और इस पर प्रतिक्रिया देने के बारे में अलर्ट करना है।

DGCA के सर्कुलर में कहा गया है, 'नए खतरों और GNSS (ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम) के जाम होने और स्पूफिंग की रिपोर्ट की वजह से एविएशन इंडस्ट्री अनिश्चितताओं से जूझ रही है।' DGCA के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि मिडिल ईस्ट एयरस्पेस में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम के दखल की बढ़ती रिपोर्टों के मद्देनजर जारी किया गया सर्कुलर 4 अक्टूबर को एक इंटर्नल कमेटी बनाने के बाद जारी किया गया है।

इस सर्कुलर में सुरक्षा से जुड़े खतरे को कम करने पर जोर दिया गया है। खासकर उड़ान के दौरान ग्लोबल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम को जैमिंग से बचाने और स्पूफिंग खतरों से निपटने की कवायद की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सितंबर के आखिर में ईरान के पास कई कॉमर्शियल फ्लाइट्स अपने नेविगेशन सिस्टम के जाम हो जाने के बाद बंद हो गईं। इनमें से एक फ्लाइट स्पूफिंग का शिकार हुई और लगभग बिना परमिशन ईरानी एयरस्पेस में एंटर हुई।