विवादास्पद फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर IFFI की तल्ख टिप्पणी, ज्यूरी हेड ने बताया वल्गर प्रोपेगेंडा
IFFI यानी भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल की ज्यूरी प्रमुख नदव लापिड ने 'द कश्मीर फाइल्स' की निंदा करते हुए उसे अश्लील और प्रोपेगेंडा आधारित फिल्म कहा।

गोवा। गोवा में आयोजित 53वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के ज्यूरी ने विवादास्पद फिल्म "द कश्मीर फाइल्स" की कड़ी निंदा की है। इफ्फी जूरी के हेड और प्रख्यात इजरायली फिल्मकार नडाव लापिड ने इसे 'प्रोपेगंडा' और 'वल्गर' करार देते हुए कहा कि इस महोत्सव में फिल्म की स्क्रीनिंग देखकर सभी ज्यूरी के सदस्य 'परेशान और स्तब्ध' रह गए।
दरअसल, 20 नवंबर से गोवा में चल रहे ‘इंडिया इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’ का समापन सोमवार यानी 28 नवंबर को किया गया। हालांकि इस समारोह का समापन सत्र के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसे देख सभी लोग हैरान रह गए। यहां ज्यूरी प्रमुख नादव लापिड ने मंच पर फ़िल्म द कश्मीर फाइल्स की न सिर्फ आलोचना की बल्की इसे अश्लील और प्रोपेगेंडा आधारित फिल्म करार दिया।
Chair of the Jury of Goa Film Festival says that the Jury felt that Kashmir Files was a vulgar propaganda film, inappropriate for the film festival pic.twitter.com/FKTF93ZlRY
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) November 28, 2022
नादव लापिड ने वहां मौजूद सभी लोगों के सामने कहा, 'हम सभी 15वीं फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ से परेशान और हैरान थे, यह फिल्म हमें प्रोपेगेंडा से ज्यादा कुछ नहीं लगी। ये बिल्कुल अश्लील और कमजोर कहानी थी। इतने बड़े प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए यह फिल्म बिल्कुल बेकार है।'
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नादव लापिड ने कहा कि 'मैं इस मंच पर खड़े होकर अपनी भावनाओं को अच्छी तरह साझा कर सकता हूं, मैं इसमें सहज हूं। ऐसे एक आलोचनात्मक टिप्पणी समझे और स्वीकार करें क्योंकि फिल्म समारोह इसीलिए आयोजित किए जाते हैं।'
लापिड़ की इस टिप्पणी के बाद राइट विंग के लोगों की बौखलाहट सोशल मीडिया पर स्पष्ट नजर आ रही है। बता दें कि ‘द कश्मीर फाइल्स' 11 मार्च को भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। यह फिल्म भारत में हिट रही लेकिन कई लोगों ने इसके प्रोपेगेंडा लहजे के लिए इसकी आलोचना भी की थी।