भारत को साल 2027 तक मिल सकती है पहली महिला चीफ जस्टिस, SC कॉलेजियम ने भेजी 9 नामों की सिफारिश

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 22 महीने बाद 9 नियुक्तियों के लिए सिफारिश भेजी है, इनमें तीन महिला न्यायधीशों का नाम है

Updated: Aug 18, 2021, 04:04 AM IST

Photo Courtesy: ABP
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नई दिल्ली। भारत को साल 2027 में पहली महिला चीफ जस्टिस मिल सकती है। सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम ने करीब 22 महीने बाद मंगलवार को अपनी सिफारिश भेज दी है। कॉलेजियम ने 9 नई नियुक्तियों की सिफारिश की है। खास बात ये है कि इनमें तीन महिला जजों का नाम भी शामिल है। यदि सिफारिश को मंजूरी मिल जाती है तो पदोन्नत के बाद इनमें से कोई चीफ जस्टिस भी बन सकती हैं।

केंद्र सरकार को भेजे गए इन 9 नामों में कर्नाटक हाईकोर्ट से जस्टिस बीवी नागरत्ना का भी नाम शामिल है। नागरत्ना अब पदोन्नत होने पर 2027 में देश की पहली महिला चीफ जस्टिस बन सकती हैं। न्यायमूर्ति नागरत्ना के अलावा, पांच सदस्यीय SC कॉलेजियम द्वारा चुनी गई अन्य दो महिला जजों में जस्टिस हिमा कोहली, तेलंगाना हाईकोर्ट की मुख्य न्यायाधीश और जस्टिस बेला त्रिवेदी, गुजरात हाईकोर्ट की जज शामिल हैं।

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कॉलजियम द्वारा भेजे गए अन्य नामों में जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका (कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश), जस्टिस विक्रम नाथ (गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश), जस्टिस जितेंद्र कुमार माहेश्वरी (सिक्किम हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश) , सीटी रविकुमार (केरल हाईकोर्ट के जज) और एमएम सुंदरेश (केरल हाईकोर्ट के जज) शामिल हैं।

अगर सरकार इन सिफारिशों को स्वीकार करती है तो सुप्रीम कोर्ट में सभी मौजूदा खाली पद भर जाएंगे और न्यायाधीशों की संख्या 33 हो जाएगी। हाालंकि आज भी एक जज जस्टिस नवीन सिन्हा रिटायर होने वाले हैं। सिफारिश भेजने वाली पांच सदस्यीय कॉलेजियम में सीजेआई एनवी रमन्ना, जस्टिस उदय यू ललित, एएम खानविलकर, डीवाई चंद्रचूड़ और एल नागेश्वर राव शामिल थे।