महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ का इस्तीफा मंज़ूर, युवती की मौत के मामले में विपक्ष ने लगाए हैं आरोप
पुणे की एक युवती की इमारत से गिरकर हुई मौत के मामले में नाम आने के बाद महाराष्ट्र के वन मंत्री एवं शिवसेना नेता संजय राठौड़ ने रविवार को इस्तीफा दे दिया, जिसे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंज़ूर कर लिया है

मुंबई। महाराष्ट्र के वन मंत्री और शिवसेना नेता संजय राठौड़ ने आज मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। जानकारी के अनुसार राठौड़ ने रविवार को मुख्यमंत्री ठाकरे से मुलाकात की और अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे ठाकरे ने मंजूर कर लिया है। पुणे की एक युवती की मौत के मामले में नाम आने के बाद राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार राठौड़ के इस्तीफे की मांग कर रही थी। बीजेपी ने सोमवार से शुरू होने जा रहे महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र में रुकावट डालने का इरादा भी जाहिर किया था।
त्यागपत्र देने के बाद राठौड़ ने कहा कि एक महिला की मौत पर हो रही 'गंदी राजनीति' की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा, ''मेरी छवि और प्रतिष्ठा को नष्ट करने की कोशिश हो रही है, जो मैंने 30 साल के सामाजिक जीवन में बनाया है। मैं कह रहा था कि कोई फैसला लेने से पहले जांच होने दो, लेकिन विक्ष बजट सत्र को बाधित करने की धमकी दे रहा था।'' उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री पद से इस्तीफा इसलिए दे दिया है ताकि सच सामने आ सके।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारा रुख बिलकुल साफ है कि हर किसी को इंसाफ मिलना चाहिए। संजय राठौड़ ने इस्तीफा दे दिया है। महिला की मौत के मामले के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में अभी जांच चल रही रही है।
We have a clear stand that everyone must get justice. Today Sanjay Rathod has submitted his resignation, the matter (in connection with death of a woman in Pune earlier this month) is under investigation: Maharashtra CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/W0EQ81Mzxs
— ANI (@ANI) February 28, 2021
राठौड़ के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि उन्होंने खुद अपना इस्तीफा सौंपा है। मुख्यमंत्री अपना फैसला करेंगे। हम चाहते हैं कि निष्पक्ष जांच हो। यदि कोई दोषी है तो कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वह कोई भी हो और यदि दोषी नहीं है तो यह भी जनता के सामने आना चाहिए। इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस मामले की विस्तृत जांच की बात कही थी। राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इसमें दखल देते हुए राज्य सरकार और पुणे पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया था।
पुणे के हड़पसर इलाके में 8 फरवरी को एक महिला की कथित तौर पर एक इमारत से गिरने की वजह से मौत हो गई थी। मृत युवती युवती बीड जिले की निवासी थी और टिकटॉक और इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर अपने वीडियो डालने के कारण लोकप्रिय थी। बीजेपी के नेताओं के साथ-साथ कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में भी दावा किया जा रहा था कि 23 साल की इस महिला की मौत से राठौड़ का कोई संबंध है।
महाराष्ट्र में बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने आरोप लगाया था कि राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार अपने मंत्री संजय राठौड़ को बचाने की कोशिश कर रही है, जबकि एक महिला की मौत के मामले में उनका नाम आ रहा है। चित्रा वाघ ने दावा किया था कि महिला की मौत के बाद कथित रूप से दो व्यक्तियों की बातचीत की ऑडियो क्लिप सामने आई है, जिसमें एक आवाज़ संजय राठौड़ की है। वाघ का आरोप है कि ऑडियो क्लिप में संजय राठौड़ की आवाज़ होने के बावजूद वनवाडी पुलिस राठौड़ के खिलाफ मामला नहीं दर्ज कर रही है।’ चित्रा वाघ वही नेता हैं, जिनके पति के ख़िलाफ़ आय से ज़्यादा संपत्ति हासिल करने का मामला चल रहा है।
वनवाडी पुलिस थाने की पुलिस का कहना है कि जिस इमारत से गिरकर महिला की मौत हुई है, वहां से उन्हें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने इस सिलसिले में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है। इस बीच मृत युवती के पिता ने अपील की है कि मीडिया में उनकी बेटी के निधन के बाद हो रही बयानबाज़ी से उनके परिवार की बदनामी हो रही है। उन्होंने इसे बंद करने की गुज़ारिश की है। उनका कहना है कि उनके परिवार की बदनामी बंद होनी चाहिए क्योंकि उनकी एक और बेटी है जिसकी शादी होनी बाकी है। पिता ने यह धमकी भी दी है कि अगर उनकी बेटी की मौत पर राजनीति बंद नहीं हुई, तो वे अपने पूरे परिवार के साथ ख़ुदकुशी कर लेंगे।