कांग्रेस ने मुझे सीएम बनने का प्रस्ताव दिया ही नहीं, राहुल के बयान पर मायावती का पलटवार

मायावती ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा है कि पहले वे अपना बिखरा हुआ घर संभालें, विपक्षी दलों पर टिप्पणी करने से पहले कांग्रेस को 100 बार सोचना चाहिए

Updated: Apr 10, 2022, 07:17 AM IST

लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पलटवार किया है। मायावती ने कहा कि राहुल गांधी अपने बिखरे घर को तो संभाल नहीं पा रहे है। हम पर कटाक्ष कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस की ओर से उन्हें सीएम बनने संबंधी कोई प्रस्ताव नहीं मिला। रविववार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से घिनौने हाथकंडे अपना रही है। 

मायावती ने राहुल गांधी को नसीहतें देते हुए कहा कि उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है। उन्हें विपक्ष पर टिप्पणी करने से पहले 100 बार सोचना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने लंबे समय तक देश पर राज किया पर दलित और शोषितों के लिए कुछ नहीं किया। राजीव गांधी ने भी बीएसपी को बदनाम करने की कोशिश की थी। कांशीराम को सीआईए का एजेंट बताया था।

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मायावती ने आगे कहा कि अब उन्हीं की राह पर चलकर उनके बेटे भी इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी झूठे आरोप लगाते रहते हैं कि बसपा सुप्रीमो भाजपा के प्रति नरम हैं, क्योंकि मुझे ईडी आदि से डर लगता है। उनका यह बयान कि मुझे मुख्यमंत्री का प्रस्ताव दिया गया था, पूरी तरह से तथ्यहिन है। कांग्रेस खुद बीजेपी-आरएसएस के खिलाफ कहीं भी पूरी ताकत से नहीं लड़ पाई है, जबकि बीजेपी के लोग कांग्रेस और विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं और चीन टाइप वन पार्टी सिस्टम को लागू करने और देश में संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।

मायावती ने आरोप लगाया कि, 'जब मैं सत्ता में थी, तब भी राहुल गांधी ने मार्च और धरने से मेरी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कभी भी अन्य पार्टियों की सरकार में ऐसा नहीं किया। कांग्रेस सरकार ने दलितों के आर्थिक विकास का पैसा दूसरे मदों में खर्च कर दिया। कांग्रेस ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया।'

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दरअसल, राहुल गांधी ने शनिवार को ही "दलित ट्रुथ" पुस्तक लॉन्चिंग के दौरान बसपा प्रमुख को लेकर कहा था कि, 'यूपी में मायावती जी ने चुनाव ही नहीं लड़ा। हमने उनको मैसेज दिया, अलायंस करिए, चीफ मिनिस्टर बनिए, बात तक नहीं की।  मैं कांशी राम जी की रिस्पेक्ट करता हूं। मैं उत्तर प्रदेश की जो दलित आवाज जो थी, खून पसीना देकर उसको जगाया. कांग्रेस का नुकसान हुआ, वो अलग बात है, मगर उस आवाज को जगाया। आज मायावती जी कहती हैं कि मैं उस आवाज के लिए लडूंगी नहीं।'