अब आपकी नियत पर संदेह होने लगा है, एक देश, एक चुनाव को लेकर केंद्र पर बरसे सीएम गहलोत

अशोक गहलोत ने कहा कि अब आपकी मंशा पर संदेह हो रहा है कि आप इस तरह से लोकतंत्र में काम करना चाहेंगे या नहीं। आपकी नीति क्या है? आप स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। लोगों को इस देश की चिंता है।

Updated: Sep 04, 2023, 04:06 PM IST

जयपुर। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले देश में एक राष्ट्र एक चुनाव पर बहस छेड़ दी है। इसे लेकर एक हाई पावर कमेटी का गठन भी कर दिया गया है, जिसका चेरयमैन पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। सीएम गहलोत ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।

सीएम गहलोत ने एक देश एक चुनाव को लेकर कहा, 'चुनाव आयोग, विधि आयोग और संसदीय समिति ने पहले भी कई बार सिफारिशें दी हैं। यह इतना बड़ा फैसला है। अगर विपक्षी दलों को साथ लिया जाता, तो सभी मिलकर निर्णय लेते। उसके बाद, यदि आप समिति बनाते तो लोग विश्वास करते।' गहलोत ने आगे कहा, 'अब आपकी मंशा पर संदेह हो रहा है कि आप इस तरह से लोकतंत्र में काम करना चाहेंगे या नहीं। आपकी नीति क्या है? आप स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। लोगों को दिशा की चिंता है।'

सीएम गहलोत ने आगे कहा, 'जब मेरी आलोचना होती है, तो मुझे खुशी होती है। क्योंकि लोकतंत्र में मेरी आस्था इतनी मजबूत है कि अगर किसी ने मेरी आलोचना की और अगर उसमें सच्चाई है, तो मेरा धर्म कहता है कि मुझे इसे सुधारना चाहिए। अगर आप कोई गलती कर रहे हैं, तो उसे सुधारें। इससे जनता को फायदा होगा। देश में सैकड़ों लोग आलोचना करने पर जेल में बैठे हैं। ये फासीवादी सोच हैं। शासन करने के लिए केवल लोकतंत्र का मुखौटा पहना गया है।'

सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और केंद्रीय मंत्रियों की लगातार राजस्थान यात्राओं पर भी टिप्पणी की और सवाल किया कि वे उनके राज्य के पीछे क्यों पड़े हैं।
उन्होंने कहा, 'हम गौ माता की सेवा करने वाले लोग हैं। पिछली सरकार ने 5 साल में गौशालाओं के लिए 500 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इस बार हमने गौशालाओं को 3,000 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है। भाजपा के लोग किसकी बात कर रहे हैं? वे पूछते हैं गाय माता के नाम पर वोट देते हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए।'