Rahul Gandhi: सरकार ने निकाला किसानों की मौत का फरमान, लोकतंत्र शर्मिंदा

Narendra Modi: भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन, करोड़ों किसान होंगे सशक्त

Updated: Sep 21, 2020, 07:33 AM IST

Photo Courtsey: National Herald
Photo Courtsey: National Herald

नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच रविवार (20 सितंबर) को कृषि क्षेत्र के जुड़े दो विवादित विधेयक संसद में पास हो गए। राज्यसभा के उपसभापति ने इन विधेयकों को ध्वनि मत से पास कराया है जिसे लेकर विपक्ष ने उपसभापति के भूमिका पर सवाल उठाते हुए सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। इन विधेयकों के पारित हो जाने पर जहां विपक्ष इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन बता रही है वहीं सत्ता पक्ष द्वारा इसे ऐतिहासिक दिन बताया जा रहा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों से जुड़े मुद्दे पर सरकार के रवैये पर सवालिया निशान खड़ा किया है। राहुल ने बिल पारित होने के बाद ट्वीट कर कहा, 'जो किसान धरती से सोना उगाता है, मोदी सरकार का घमंड उसे ख़ून के आँसू रुलाता है। राज्यसभा में आज जिस तरह कृषि विधेयक के रूप में सरकार ने किसानों के ख़िलाफ़ मौत का फ़रमान निकाला, उससे लोकतंत्र शर्मिंदा है।' बिल पारित होने के पहले राहुल ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बना रहे हैं।

Click: Farm Bill 2020 हरियाणा व पंजाब के किसानों ने किया दिल्ली कूच

वहीं इस बिल को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में दावा किया है कि इससे देश के करोड़ों किसान सशक्त होंगे। उन्होंने बिल पारित होने के बाद अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया, 'भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है। संसद में अहम विधेयकों के पारित होने पर मैं अपने परिश्रमी अन्नदाताओं को बधाई देता हूं। यह न केवल कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगा, बल्कि इससे करोड़ों किसान सशक्त होंगे।' 

 

एक अन्य ट्वीट में पीएम ने कहा है कि, 'दशकों तक हमारे किसान भाई-बहन कई प्रकार के बंधनों में जकड़े हुए थे और उन्हें बिचौलियों का सामना करना पड़ता था। संसद में पारित विधेयकों से अन्नदाताओं को इन सबसे आजादी मिली है। इससे किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को बल मिलेगा और उनकी समृद्धि सुनिश्चित होगी।'

Click: Farm Bill 2020 राज्यसभा उपसभापति के खिलाफ विपक्षी दलों का अविश्वास प्रस्ताव

सबसे बुरे लिहाज से था ऐतिहासिक दिन

राज्यसभा में इन विधेयकों के पारित होने पर तृणमूल कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया है। बिल के पारित होने के बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने वीडियो जारी कर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ने धोखेबाजी की है। उन्होंने संसद में हर नियमों को तोड़ा है। यह एक ऐतिहासिक दिन था लेकिन सबसे बुरे लिहाज से। राज्यसभा टीवी की फीड काट दी गई ताकि देश देख न सके। राज्यसभा टीवी को सेंसर कर दिया गया। हमारे पास सारे सुबूत हैं।'

हंगामा करने वाले सांसदों पर हो सकती है कारवाई

राज्यसभा में इन विवादास्पद कृषि विधेयकों के पारित होने के दौरान हंगामा व जोरशोर से विरोध करने वाले विपक्षी सांसदों पर करवाई की जा सकती है। बताया जा रहा है कि सभापति वैंकेया नायडू के आवास पर इस बात को लेकर बैठक हुई है। मामले पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि जो पार्टियां बार-बार सभ्यता की बात करती हैं उन्होंने सभ्यता को ताक पर रखकर जो कार्य किए हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है। चेयरमैन साहब इसपर नोट लेंगे और एक्शन भी लेंगे।