छठ से पहले यमुना नदी में दिखा जहरीला सफेद झाग, पानी में बर्फ की चादर का हो रहा भ्रम

दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाके में दिखा यमुना में लोगों ने देखा जहरीला फेन, पवित्र नदी में प्रदूषण की वजह से बढ़ गया है अमोनिया और फास्फेट का स्तर ,छठ व्रतियों की बढ़ी मुसीबत

Updated: Nov 08, 2021, 08:09 AM IST

Photo courtesy: the wire
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दिल्ली। यमुना नदी में लगातार बढ़ते प्रदूषण का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वहां पानी में सफेद झाग नजर आने लगा है। जो कि दूर से देखने पर बर्फ सा नजर आता है। पास जाने पर साबुन के फेन की तरह लगता है। पवित्र नदी में इस सफेद चादर की डरा देने वाली तस्वीरें देख कर छठ व्रत करने वाले लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। यमुना नदी में दिखाई दे रहा यह झाग विषेला है। यह जहरीला झाग लोगों को बीमार कर सकता है। दरअसल दिवाली के बाद से दिल्ली पहले ही हवा में प्रदूषण से जूझ रही है। अब यहां की जीवनरेखा कही जाने वाली यमुना में प्रदूषण की स्थिति भयावह हो चली है। जिसे दूर से देखने पर लगता है कि जैसे यमुना नदी की सतह पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई हो। दिल्ली के कालिंदि इलाके में जहरीला झाग दिखाई दे रहा है।

दिवाली में पटाखों पर बैन के बाद भी लोगों ने जमकर आतिशबाजी की, वहीं आसपास के राज्यों में पराली जलाने का काम भी जारी है, यही वजह है कि दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। वहीं यमुना नदी के पानी में घातक अमोनिया का स्तर बढ़ गया है। जिसकी वजह से नदी में झाग बन गया है, जो कि बर्फ की चादर की तरह नजर आता है।  

वहीं आसपास के इलाकों की फैक्ट्रियों से निकले कैमिकल नदी में छोड़ने से भी यमुना जल प्रदूषित होता है। यहां रंगाई उद्योगों, धोबी घाटों और घरों के सीवेज का पानी जिसमें डिटर्जेंट काफी मात्रा में होता है, वह यहां छोड़ा जाता है, इस अपशिष्ट में बड़ी मात्रा में फॉस्फेट की मात्रा पाई जाती है, जिससे भी पानी में जहरीला झाग बन जाता है। वैसे तो दिल्ली सरकार ने यमुना में छठ पूजा पर रोक लगा रखी है, शायद इसका एक बड़ा कारण यमुना में भारी गंदगी और प्रदूषण है।

दिवाली के बाद से वैसे भी दिल्ली NCR में वायु प्रदूषण अपने चरम पर है। दिल्ली के बारे में AIIMS के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा था कि दिल्ली की हवा में सांस लेना सिगरेट पीने से भी ज्यादा हानिकारक हो गया है। और अब दिल्ली का पानी भी प्रदूषण के चरम पर है।