सांसदों के निलंबन के खिलाफ निकला मार्च, राहुल गांधी बोले लोकतंत्र की हत्या पर तुली हुई है सरकार

राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दल के नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च निकाला, इस दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार पर तीखे वार किए

Publish: Dec 14, 2021, 10:19 AM IST

नई दिल्ली। राज्यसभा से बारह सासदों के निलंबन का विरोध पिछले 13 दिनों से जारी है। मंगलवार को विपक्षी दलों के सांसदों ने निलंबन के खिलाफ मार्च निकाला। यह मार्च संसद भवन से विजय चौक तक निकाला गया। इस मार्च में राहुल गांधी के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई नेता शामिल हुए। 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सांसदों के निलंबन को लेकर मोदी सरकार पर तीखे वार किए। राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष जिन मुद्दों पर सदन में चर्चा करना चाहता है, उन मुद्दों पर मोदी सरकार चर्चा तक नहीं करना चाहती। राहुल गांधी ने कहा कि जो भी सदस्य अपनी आवाज उठाता है, उसे सदन से निलंबित कर दिया जाता है। यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। 

शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस के 6 सांसदों समेत राज्यसभा के कुल बारह सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था। इन्हें मॉनसून सत्र के दौरान अशोभनीय आचरण का हवाला देकर निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद से ही निलंबित सांसद प्रतिदिन सदन के बाहर विरोध कर रहे हैं। निलंबन के फैसले के विरोध में प्रियंका चतुर्वेदी और शशि थरूर संसद टीवी में अपने शो से इस्तीफा भी दे चुके हैं।

इससे पहले राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार को ट्यूशन की सख्त जरूरत है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि लोकतंत्र में बहस और असहमति के महत्व के विषय पर मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है। 

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वहीं लखीमपुर खीरी मामले में एसआईटी के खुलासे को लेकर भी राहुल गांधी ने अपनी राय रखी। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद भी सच्चाई जानते हैं। हर व्यक्ति सच्चाई जानता है कि आखिर लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था।