देश के सभी नागरिकों को सुरक्षित जीवन जीने का है हक, टीकाकरण में उम्र के मसले पर बोले राहुल गांधी

महाराष्ट्र, राजस्थान और दिल्ली के मुख्यमंत्री भी टीकाकरण में उम्र के बंधन को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं, उनका कहना है कि उम्र के बंधन को समाप्त करने से देश में कोरोना पर नियंत्रण पाने में सहूलियत होगी

Updated: Apr 07, 2021, 08:09 AM IST

Photo Courtesy: NDTV
Photo Courtesy: NDTV

नई दिल्ली। इस समय देश में कोरोना टीकाकरण में उम्र की सीमा समाप्त करने को लेकर नई बहस छिड़ पड़ी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उस बहस को बकवास करार दिया है। राहुल गांधी ने कहा है कि देश के हर व्यक्ति को सुरक्षित जीवन जीने का हक है। 

राहुल गांधी ने कहा, 'इच्छाओं और ज़रूरतों को लेकर बहस करना बकवास है। हर भारतीय सुरक्षित जीवन जीने का हक रखता है।'

दरअसल पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है। देश भर में अब रोज़ाना एक लाख से ज़्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। इसको देखते हुए राजस्थान, महाराष्ट्र और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों ने भी कोरोना के टीकाकरण में उम्र की सीमा को समाप्त करने का सुझाव दिया है। 

यह भी पढ़ें : 1 दिन में कोरोना के 1.15 लाख मामले आए सामने, मंगलवार को भारत में कोरोना से तोड़े सारे रिकॉर्ड

हालांकि केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण का कहना है कि कोरोना से ज़्यादा जोखिम जिन्हें है, उनका टीकाकरण किया जाना ही सरकार का सबसे पहला लक्ष्य है। वहीं दूसरी तरफ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर यह सुझाव दे चुका है कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी टीकाकरण की छूट दी जाए। 

यह भी पढ़ें :प्रदेश में कहीं ऑक्सीजन तो कहीं इंजेक्शन की कमी से जूझ रहे लोग, लेकिन मुख्यमंत्री योगा करने में व्यस्त

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 25 वर्ष से ज़्यादा उम्र के लोगों को टीकाकरण किए जाने का सुझाव दिया है। उद्धव ठाकरे का कहना है कि इस वजह से युवाओं के बीच कोरोना के प्रसार को रोका जा सकेगा। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि अगर केंद्र सरकार सभी उम्र वर्ग के लोगों को टीकाकरण किए जाने की अनुमति दे दे तो दो महीने में ही दिल्ली के सभी लोगों का टीकाकरण किया जा सकता है।