राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी श्रीहरन को मिली एक महीने की पैरोल, 3 दशक से जेल में है बंद

तमिलनाडु सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट को बताया कि आजीवन कारावास की सजा काट रही नलिनी को एक महीने की पैरोल देने का फैसला लिया गया है, उसकी बीमार मां की अनुरोध पर सरकार ने यह फैसला लिया है

Updated: Dec 24, 2021, 04:59 AM IST

Photo Courtesy: Scroll
Photo Courtesy: Scroll

चेन्नई। तमिलनाडु सरकार ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी श्रीहरन 1 महीने की पैरोल देने का फैसला लिया है। राज्य सरकार ने मद्रास हाईकोर्ट में इस बात की जानकारी दी है। सरकार ने उच्च न्यायालय को बताया है कि उसकी बीमार मां के अनुरोध पर उसे 1 महीने की पैरोल देने का निर्णय लिया गया है।

तमिलनाडु सरकार के अधिवक्ता हसन मोहम्मद ने गुरुवार को जस्टिस पीएन प्रकाश और जस्टिस आर हेमलता की मद्रास हाई कोर्ट की बेंच को ये जानकारी नलिनी की मां एस पद्मा की हेबियस कॉर्पस याचिका की सुनवाई के दौरान दी। याचिका में एस पद्मा ने कहा था कि उसे कई बीमारियां हैं और वह चाहती है कि उसकी बेटी उसके पास ही ही रहे। पद्मा के मुताबिक इस संबंध में उसने पैरोल के लिए एक महीने तक राज्य सरकार को कई आवेदन दिए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हालांकि, अब नलिनी हरिहरन की 1 महीने की पैरोल 25 या 26 दिसंबर से शुरू हो सकती है।

यह भी पढ़ें: हरिद्वार हेट सपीच का वीडियो वायरल होने के बाद जागी पुलिस, वसीम रिजवी के खिलाफ FIR दर्ज

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की चेन्नई के पास श्रीपेरूम्बुदूर में 21 मई, 1991 को लिट्टे की आत्मघाती बम हमलावरों ने हत्या कर दी थी। राजीव गांधी की हत्या के लिए मौके पर आए पांच लोगों की टीम में नलिनी अकेलीं जीवित बच गई थी। इस मामले में नलिनी के अलावा 6 अन्य को दोषी पाया गया जिसमें उसका पति मुरुगन भी शामिल है। साल साल 1998 में नलिनी को मौत की सुनाई गई थी। इसके बाद साल 2000 में नलिनी हरिहरन की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया।

नलिनी ​तमिलनाडु की वेल्लोर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रही है। वह साल 1991 से जेल में है। उसने जेल में ही बेटी का जन्म भी दिया था। बता दें की तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन राजीव गांधी हत्याकांड के सभी दोषियों को रिहा करना चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिख चुके हैं जिसमें उन्होंने सातों दोषियों को रिहा करने की मांग की।