किसानों को बॉर्डर से हटाया तो सरकारी दफ्तरों को बना देंगे गल्ला मंडी: राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को खुलेआम चेतावनी दी है, और सरकार को आंदोलन का दमन न करने की हिदायत दी है

Publish: Oct 31, 2021, 06:06 AM IST

नई दिल्ली। केंद्र सरकार और आंदोलनरत किसानों के बीच तकरार कम होने का नाम नहीं ले रही है। दिल्ली की सीमा पर पुलिस द्वारा बैरिकेड हटाए जाने की कार्यवाही के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को खुली चेतावनी दे दी है। राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ने किसानों को हटाने की कोशिश की तो आंदोलनरत किसान सरकारी दफ्तरों को ही गल्ला मंडी बना देंगे। 

राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली की सीमाओं से किसानों के टेंट हटाने की कोशिशों की खबरें आ रही हैं। प्रशासन द्वारा जेसीबी के जरिए टेंट गिराने की सूचना प्राप्त हो रही है। अगर प्रशासन ऐसा रवैया अपनाएगा तो किसान पुलिस थानों और डीएम कार्यालयों में अपने टेंट लगाएंगे। 

किसान नेता ने ट्वीट करते हुए कहा कि किसानों को अगर बॉर्डरों से जबरन हटाने की कोशिश हुई तो वे देश भर में सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे।

इससे पहले शुक्रवार देर रात को दिल्ली-हरियाणा पुलिस और आंदोलनरत किसानों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई थी। शुक्रवार देर रात को पुलिस ने अचानक ही टिकरी बॉर्डर पर रास्ता खोलने की कवायद शुरू कर दी। जबकि किसानों और पुलिस के बीच शनिवार को रास्ता खोलने पर सहमति बनी थी। 

लेकिन तय समय से पहले रास्ता खोले जाने को लेकर किसानों ने विरोध शुरू कर दिया। कुछ किसान जेसीबी के सामने जा कर लेट गए। पुलिस और आंदोलनरत किसानों के बीच पहले दस फूट का रास्ता खोलने पर सहमति बनी थी। लेकिन पुलिस ने यातायात का हवाला देकर चालीस फूट का रास्ता खोलने की कोशिश की। 

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शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से यह बयान जारी किया गया था कि किसानों ने कभी मार्ग को अवरूद्ध नहीं किया। किसान मोर्चा ने कहा कि खुद पुलिस ने ही हमेशा से सड़कों को अवरूद्ध करने की कोशिश की। इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने यह भी कहा कि अगर केंद्र सरकार इस मार्ग को खोलना चाहती है तो पहले उसे किसानों की मांगों को पूरा करने का मार्ग भी खोलना होगा।