विपक्ष के हंगामे पर भड़के संजय राउत, अगर हम इस्तीफा ही लेते रहे तो सरकार कौन चलाएगा

विपक्ष गृहमंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा मांग रहा है, संजय राउत ने कहा, केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की नाकाम कोशिश कर रही है

Updated: Mar 22, 2021, 08:05 AM IST

Photo Courtesy: Indian Express
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मुंबई। परमबीर सिंह की चिट्ठी और विपक्ष के हंगामे पर मचे बवाल के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने मोदी सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। शिवसेना के सामना में केंद्र सरकार और पूर्व कमिश्नर पर हमला बोलने के बाद संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी केंद्र सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई। संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके केंद्र सरकार राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की नाकाम कोशिश कर रही है। 

राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि केंद्र सरकार केन्द्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की साजिश रच रही है। लेकिन केंद्र सरकार अपने इस मंसूबे में कामयाब नहीं हो पाएगी। राउत ने कहा कि महा विकास आघाड़ी की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।

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संजय राउत ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें इस बात को समझना चाहिए कि किसी अधिकारी के कारण सरकार गिरती या बनती नहीं है। शिवसेना नेता ने कहा कि अगर मोदी सरकार ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की कोशिश की तो ये आग उन्हें भी जला देगी। 

राउत ने विपक्ष द्वारा अनिल देशमुख का इस्तीफा मांगे जाने पर कहा कि गृह मंत्री पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसमें कोई तथ्य नहीं है। शिवसेना नेता ने कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी जांच कराने की बात कही है। लेकिन अगर हम ऐसे ही सबका इस्तीफा लेते रहेंगे तो हमारे लिए सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा। 

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राउत ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में भी केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र में सीबीआई को भेजा। नतीजा क्या निकला वो हम सबके सामने है। उस समय परमबीर सिंह ही पुलिस कमिश्नर थे। लेकिन सीबीआई सुशांत मामले में कोई नई बात नहीं बता पाई। शिवसेना नेता ने कहा कि उद्धव ठाकरे जब तक मुख्यमंत्री हैं, तब तक सभी मामलों की जांच निष्पक्ष रूप से की जाएगी। लेकिन पूर्व कमिश्नर के कंधे पर बंदूक रख कर विपक्ष लोगों को गुमराह नहीं कर सकता।

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इससे पहले शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए गए हैं। सामना के एक लेख में कहा गया है कि अब तक जिस परमबीर सिंह का इस्तीफा बीजेपी मांगती थी, वही परमबीर सिंह आज बीजेपी के डार्लिंग बन गए हैं। सामना में देवेंद्र फडणवीस की मोदी शाह से हुई मुलाकात का भी हवाला दिया गया है। सामना में कहा गया है कि मोदी-शाह से फडणवीस की मुलाकात के बाद ही परमबीर सिंह ने चिट्ठी वायरल की, जिससे साजिश का संकेत मिलता है।