मस्जिद के बाहर राम नाम पर हंगामा, भगवान भी खरगोन हिंसा पर बेचैन होंगे, BJP पर बरसे संजय राउत

शिवसेना सांसद संजय राउत ने मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा का जिक्र करते हुए लिखा है कि श्रीराम के नाम पर सांप्रदायिक आग भड़काना भगवान राम के विचारों का अपमान है

Updated: Apr 17, 2022, 08:20 AM IST

मुंबई। मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर हुई हिंसा के लिए शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी को जिम्मदार ठहराया है। राउत ने कहा है की भगवान राम भी खरगोन की घटना को लेकर बेचैन होंगे। राउत के मुताबिक श्रीराम के नाम पर सांप्रदायिक आग भड़काना भगवान राम के विचारों का अपमान है।

शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम "रोखठोक" में, राउत ने लिखा, 'अगर कोई कट्टरवाद की आग को भड़काना चाहता है और चुनाव जीतने के लिए शांति भंग करना चाहता है, तो वे दूसरे विभाजन के बीज बो रहे हैं।' उन्होंने बीजेपी पर चुनाव जीतने के लिए देश को तोड़ने और समाज में धार्मिक कलह बोने की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया। शिवसेना नेता संजय राउत सामना के कार्यकारी संपादक हैं।

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रामनवमी पर देश के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक झड़पों का जिक्र करते हुए राउत ने लिखा है की, 'यह अच्छा संकेत नहीं है। पहले, रामनवमी के जुलूस सभी संस्कृति और धर्म के बारे में थे लेकिन अब तलवारें लहराई जाती हैं और सांप्रदायिक कलह पैदा की जाती है। मस्जिदों के बाहर हंगामा किया गया, जिसके परिणामस्वरूप हिंसा फैली है।'

बीजेपी पर निशाना साधते हुए राउत ने कहा कि जिन लोगों ने राम मंदिर आंदोलन बीच में ही छोड़ दिया, वे अब भगवान राम के नाम पर तलवारें दिखा रहे हैं। इसे हिंदुत्व नहीं कहा जा सकता। भगवान राम के नाम पर सांप्रदायिक आग लगाना राम के विचार का अपमान है। मध्य प्रदेश के खरगौन के घटनाक्रम से भगवान राम भी बेचैन होंगे। 2 अप्रैल को गुड़ी पड़वा के दिन हिंदू और मराठी नव वर्ष के अवसर पर महाराष्ट्र में सांस्कृतिक जुलूस निकाले गए, लेकिन इन जुलूसों के मुस्लिम इलाकों से गुजरने के बाद भी कोई हिंसा नहीं हुई।'

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शिवसेना सांसद ने गुजरात के साबरकांठा में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए पूछा, 'पहले तो वहां कोई हिंसा नहीं थी। रामनवमी पर सारी हिंसा क्यों हो रही है? क्या कोई विश्वास कर सकता है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में मुसलमान रामनवमी जुलूस पर पत्थर फेंकेंगे?