नहीं रहे समाजवाद के प्रखर योद्धा शरद यादव, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

JDU के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का निधन हो गया है। उनकी गिनती देश के कद्दावर समाजवादी नेताओं में होती थी। बिहार से उनका गहरा नाता था।

Updated: Jan 13, 2023, 04:15 AM IST

पूर्व केंद्रीय मंत्री व समाजवादी आंदोलन के प्रखर योद्धा शरद यादव नहीं रहे। गुरुवार को उन्होंने 75 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उनकी बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने अपने फेसबुक पेज पर शरद यादव के निधन की जानकारी देते हुए लिखा है कि पापा नहीं रहे। शरद यादव जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके थे। उनकी गिनती देश के समाजवादी नेताओं के तौर पर होती थी।

बता दें कि शरद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शरद यादव के निधन राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। पीएम मोदी ने ट्वीट कर उनके निधन पर दुःख जताया है। पीएम मोदी ने लिखा, 'शरद यादव जी के निधन से बहुत दुख हुआ। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से काफी प्रभावित थे। मैं हमेशा हमारी बातचीत को संजो कर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं। ॐ शांति।'

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, 'मंडल मसीहा, राजद के वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूँ। कुछ कह पाने में असमर्थ हूँ। माता जी और भाई शांतनु से वार्ता हुई। दुःख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार परिजनों के साथ है।'

शरद यादव का जन्म 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में एक गांव में हुआ था। उन्हें पढ़ाई के समय से ही राजनीति में दिलचस्पी रही और 1971 में उन्होंने जबलपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होकर सक्रिय युवा नेता के तौर पर समाजवादी आंदोलनों से जुड़ गए।

शरद यादव ने अपने कई दशक की राजनीति में काफी कुछ देखा है। बिहार में लालू राज के चश्मदीद रहे थे, जेडीयू को जमीन पर मजबूत किया था और कई अहम राजनीतिक घटनाओं में एक सक्रिय भूमिका निभाने वाले रहे। वे पहली बार मध्य प्रदेश की जबलपुर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। हालांकि, इसके बाद वे बिहार और केंद्र की राजनीति में सक्रिय हो गए।

फोर्टिस अस्पताल ने जारी बयान में कहा है कि शरद यादव को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था। उनमें कोई पल्स नहीं थी। प्रोटोकॉल के तहत उन्हें CPR दिया गया था। तमाम कोशिशों के बावजूद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। रात 10.19 पर उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं।