उत्तम आनंद मर्डर केस: सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार से तलब की रिपोर्ट, 1 हफ्ते के भीतर मांगा जवाब

धनबाद के ज़िला न्यायाधीश उत्तम आनंद की बुधवार सुबह ऑटो से टक्कर मारकर हत्या कर दी गई थी, इसके बाद सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है,सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से एक हफ्ते में जवाब मांगा है

Updated: Jul 30, 2021, 11:43 AM IST

नई दिल्ली। धनबाद के ज़िला न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार से रिपोर्ट तलब की है। सीजेआई रमन्ना की अगुवाई वाली बेंच ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से इस मामले में की गई कार्रवाई का ब्यौरा मांगा है। उच्चतम न्यायालय ने एक हफ्ते के भीतर कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। 

सुप्रीम कोर्ट ने उत्तम आनंद मर्डर केस में की गई कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट तो तलब की ही है। लेकिन इसके साथ ही कोर्ट ने झारखंड में अदालत परिसर के अंदर और बाहर कानून व्यवस्था और उसके अनुपालन की जानकारी भी मांगी है। कोर्ट ने इस पूरे मामले में एक विस्तृत जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। 

सुप्रीम कोर्ट ने उत्तम आनंद मर्डर केस में स्वत: संज्ञान लिया है। सीजेआई रमन्ना और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है। सीजेआई ने कहा है कि देश भर में कई मर्तबा न्यायिक अधिकारियों पर हमले की खबर आई हैं। उच्चतम न्यायालय इस समस्या का स्थाई समाधान चाहता है।

झारखंड की कोयलानगरी कहे जाने वाले धनबाद में जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद को बुधवार सुबह एक ऑटो से टक्कर मार दी गई। जिसके बाद उनकी मौत हो गई। उत्तम आनंद सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। प्रारंभिक तौर पर यह मामला हादसे के रूप में सामने आया। लेकिन इस घटना की सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद से ही हत्या का एंगल आ गया। सीसीटीवी फुटेज देखने से यह साफ झलक रहा था कि उत्तम आनंद को जानबूझकर टक्कर मारी गई है। 

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जज की हत्या के पीछे सबसे बड़ा कारण यही माना जा रहा है कि उत्तम आनंद शहर के कई माफियाओं के मामले देख रहे थे। और जज ने हाल ही में कई माफियाओं की जमानत अर्जी ठुकरा दी थी। हाई प्रोफाइल मर्डर का मामला सामने आने के बाद झारखंड की सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी है।