प्रश्न भाजपा का नहीं, बल्कि देश का है, फारूक अब्दुल्ला ने की विपक्षी एकता की वकालत

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 2024 के चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए क्षेत्रीय दलों का साथ आना जरूरी है।

Updated: Jun 08, 2023, 09:54 AM IST

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता की वकालत की है। क्षेत्रीय दलों के साथ आने पर बल देते हुए बुधवार को कहा कि धर्म के आधार पर देश को बंटने से बचाने के लिए यह जरूरी है। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा से उनके निवास पर मुलाकात के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि भारत की विविधता को बचाया जाना चाहिए।

तीसरे मोर्चे की जरूरत संबंधी एक सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने कहा, "सभी के लिए मेरा संदेश है कि भारत में विविवधता में एकता है। हमें विविधता की रक्षा करनी है। इससे देश की एकता की रक्षा होगी।" जब उनसे पूछा गया कि क्या 2024 के चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए क्षेत्रीय दलों का साथ आना जरूरी है, तो उन्होंने कहा, "प्रश्न भाजपा का नहीं, बल्कि देश का है। क्या आप धर्म के आधार पर देश को बंटा देखना चाहते हैं या देश को आप एकजुट चाहते हैं? यह विविधता भरा देश है।"

फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि उनमें कर्नाटक के साथ कोई साम्यता नहीं है और न ही देवेगौड़ा का कश्मीर के साथ कोई साम्यता है, लेकिन उन्हें जो चीज एक रखती है वह है राष्ट्र निर्माण। उन्होंने कहा, "हमें कौन-सी बात जोड़कर रखती है? यह साथ मिलकर काम करने, इस राष्ट्र का निर्माण करने और साथ मिलकर आगे बढ़ने की इच्छा है। और वही महत्वपूर्ण है।" अब्दुल्ला ने ‘कश्मीर फाइल्स' और ‘द केरल स्टोरी' जैसी फिल्मों की निंदा करते हुए कहा कि वे लोगों को बांटकर भारत एवं उसके संविधान को नष्ट कर रही हैं।

जम्मू कश्मीर में चुनाव के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, "इस देश में हर राज्य में चुनाव कराया जाना चाहिए।।हमें चुनाव से क्यों वंचित किया जाना चाहिए। चार साल बीत गये। यह लंबा वक्त है। चुनाव आयोग ने स्वयं ही कहा है कि चुनाव कराया जाना चाहिए।" अब्दुल्ला से भेंट के बाद देवेगौड़ा ने ट्वीट किया, "मेरे प्रिय मित्र जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री श्री फारूक अब्दुल्ला आज मेरे निवास पर मुझसे मिलने आये। उन्होंने मेरा हालचाल जानना चाहा। मैं उनके प्रति आभारी हूं। हमने देश खासकर कश्मीर में हो रही घटनाओं पर चर्चा की।"