ये संसदीय प्रणाली को समाप्त करने की एक सुनियोजित साजिश है, सांसदों के निलंबन पर बोले दिग्विजय सिंह

स्मोक गैस के जगह अगर SARIN गैस होता तो सभी सांसद पांच मिनट के भीतर मारे जाते, हिटलर ने भी यही रास्ता अपनाया था, संसद जल गई थी: दिग्विजय सिंह

Updated: Dec 19, 2023, 02:33 PM IST

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। संसद के दोनों सदन में मंगलवार को भी सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध देखने को मिला। हालांकि, विरोध दबाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को लोकसभा से 49 सांसद सस्पेंड कर दिए। मंगलवार तक कुल 141 सांसदों को सवाल पूछने की कीमत चुकानी पड़ी है। 

सांसदों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तल्ख टिप्पणी की है। सिंह ने कहा कि, 'जिस संस्था के प्रचारक के रुप में नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं, उसे लोकतंत्र में विश्वास ही नहीं हैं। जब लोकतंत्र उनके संगठन में नहीं है, तो यहां उन्हें कैसे मंजूर होगा। ये सुनियोजित ढंग से संसदीय प्रणाली को समाप्त करने की एक साजिश है।'

सिंह ने आगे कहा, 'यदि आप देखें तो हिटलर ने भी यही रास्ता अपनाया था। वह संसद में चुनकर आया था और गठबंधन की सरकार बनाई थी। धीरे-धीरे उसने संसद को बदनाम करना शुरू किया। एक दिन संसद जल गई किसने जलाई नहीं मालूम। यहां भी संसद को अप्रासंगिक बनाने के लिए यह प्रक्रिया अपनाई जा रही है। मैं तो ये कहता हूं कि यही स्मोक बम अगर जहरीला गैस होता तो क्या होता? एक SARIN गैस होता है अगर स्मोक गैस के बजाए सरीन गैस छोड़ा गया होता तो सदन में जितने लोग थे पांच मिनट के भीतर सब मर जाते।'

सिंह ने सुरक्षा में दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि, 'ये हमेशा कहते थे कि नई संसद इतने अच्छे ढंग से बनाई गई है की कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। अब ये देखिए घुसपैठिए ऊपर से कूद पड़े। वहां की सिक्योरिटी क्या कर रही थी। उनको भी साथ में कूदना चाहिए था।'

बता दें कि केंद्र सरकार शीत सत्र में एक दो नहीं बल्कि 141 सांसदों को निलंबित कर चुकी है। मोटे तौर पर संसद को विपक्ष विहीन कर दिया गया है। इससे पहले सोमवार को लोकसभा से नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी समेत 33 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। बाद में राज्यसभा से जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल समेत 45 सांसदों को निलंबित कर दिया गया। इन सांसदों की गलती सिर्फ इतनी थी कि वे संसद में घुसपैठ मामले में गृहमंत्री शाह से जवाब मांग रहे थे।