महिलाओं की जींस देखकर संस्कार नापते हैं उत्तराखंड के नए सीएम तीरथ सिंह रावत

नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान राम से करने के बाद उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने दिया एक और विवादित बयान, महिलाओं की जीन्स से दिखता है उन्हें संस्कार

Updated: Mar 17, 2021, 05:43 PM IST

Photo Courtesy : ABP
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हरिद्वार। बीजेपी नेता व उत्तराखंड के नए-नवेले मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत अपने विवादित बयानों की फेहरिस्त को लंबा करने में जुटे हुए हैं। अचनाक मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद सुर्खियों में आए रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान राम से करने के बाद अब महिलाओं के पहनावे को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी है। रावत ने कहा है कि महिलाओं को फटी जींस में देखकर वे हैरान हो जाते हैं। 

बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा बच्चों में बढ़ती नशे की लत, रोकथाम और पुनर्वास विषय पर आयोजित सम्मेलन में तीरथ सिंह रावत ने पाश्चात्य सभ्यता पर हमला शुरू किया और फिर उनका पूरा भाषण इसी में उलझ कर रह गया। रावत ने कहा, 'भौतिकवाद की चकाचौंध के पीछे आज यहां का नौजवान, और नौजवान ही नहीं, युवतियां भी भाग रही हैं। जो उन्होंने देखा वही करने लगते हैं। टीवी में देखा जीन्स का एडवर्टाइजमेंट, तो दूसरे दिन वही आ जाती है। पहली पसंद होती है फटी हुई जींस।'

फटी जींस पहनकर क्या संस्कृति फैलाती होंगी महिलाएं : तीरथ सिंह रावत

मुख्यमंत्री ने इसके बाद एक कहानी सुनाते हुए कहा, 'मैं जयपुर में एक कार्यक्रम में था और जब मैं जहाज में बैठा, तो मेरे बगल में एक बहन जी बैठी थीं। मैंने जब उनकी तरफ देखा तो नीचे गमबूट थे, जब और ऊपर देखा तो घुटने फटे थे, हाथ देखे तो कई कड़े थे। उनके साथ में दो बच्चे भी थे। मैंने पूछा तो महिला ने बताया कि वो एनजीओ चलाती हैं। मैंने कहा कि समाज के बीच में घुटने फटे दिखते हैं, बच्चे साथ में हैं, क्या संस्कार हैं ये। क्या ये सब सही है? कैसे संस्कार हैं ये?'

इतना ही नहीं सीएम ने अप्रत्यक्ष रूप से जींस पहनने वाली महिलाओं के कैरेक्टर पर सवाल उठाते हुए कहा कि समाज में वे क्या फैलाती होंगी। उन्होंने कहा, 'जो महिला खुद एनजीओ चलाती हो और फटी हुई जींस पहनी हो, वह समाज में क्या संस्कृति फैलाती होंगी। ऋषिकेश में जाइए वहां विदेशी लोग योगा कर रहे हैं। उनका पूरा तन बदन ढका हुआ है और हम नंगे भाग रहे हैं।'

सीएम रावत की मानें तो फटी जींस पहनने से समाज में बुरा मैसेज जाता है और संस्कार भी ठीक नहीं होते हैं। महिलाओं के पहनावे को लेकर बीजेपी के मुख्यमंत्री के इस बयान की तीखी आलोचना हो रही है। महिला एक्टिविस्टों का कहना है कि यह बीजेपी नेता रावत की संकीर्ण मानसिकता का परिचय देता है।

एक्टिविस्ट मालती हलदर का कहना है कि ये इंसान की अपनी पसंद का मसला है। वो जिस तरह के कपड़ों में कम्फर्टेबल और कॉन्फिडेंट महसूस करेगा, वही पहनेगा। मालती ने कहा कि मनुष्य के विकासक्रम में एक युग में इंसान पत्तों से बदन ढकता था, तो क्या अब कपड़े पहनना गलत हो गया। समय के साथ विकासक्रम आगे बढ़ा, आविष्कार भी हुए और मनुष्य ने आवश्यकता के अनुरुप चीजों को ग्रहण किया।

मोदी की तुलना राम और कृष्ण से कर चुके हैं रावत

तीरथ सिंह रावत का यह पहला विवादित बयान नहीं है। सीएम बनाए जाने के बाद से रावत लगातार विवादास्पद बयानबाजी कर रहे हैं। दो दिन पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान राम और कृष्ण से करते हुए उन्हें कलयुग का भगवान करार दिया था। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'द्वापर और त्रेता युग में राम-कृष्ण हुए और राम ने समाज का काम किया, इसीलिए उन्हें भगवान मानने लग गए। आने वाले समय में नरेंद्र मोदी को भी इसी रूप में हम मानने लगेंगे। जो काम पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे हैं,उसकी जय जयकार होगी, इसीलिए सब कह रहे हैं मोदी है तो मुमकिन है।'