शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा, ममता के मंत्रिमंडल से दे चुके हैं इस्तीफ़ा

शुभेंदु अधिकारी के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ही बीजेपी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था हमारे दरवाज़े खुले हैं

Updated: Nov 28, 2020, 09:52 PM IST

Photo Courtesy : Twitter
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के ठीक पहले ममता बनर्जी को झटका देने वाले दिग्गज तृणमूल कांग्रेस के नेता शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। मीडिया में सूत्रों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक वे जल्द ही बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि ममता कैबिनेट के दो और मंत्री भी बीजेपी के संपर्क में हैं। बता दें कि कल ही तृणमूल विधायक मिहिर गोस्वामी ने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थामा है।

अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने टीएमसी के एक वरीय नेता के हवाले से बताया है कि शुभेंदु अधिकारी का बीजेपी में जाना स्वाभाविक है चूंकि उन्होंने ममता सरकार से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है। वहीं इस रिपोर्ट में बीजेपी सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि अधिकारी के अलावा ममता कैबिनेट के दो अन्य मंत्री भी बीजेपी के संपर्क में हैं। इन दोनों से पार्टी छोड़ने का बातचीत भी लगभग फाइनल हो गया है। इनमें से एक मंत्री ने बीजेपी में अपनी बेटी को अच्छी पोजिशन देने की शर्त रखी है।

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रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से एक मंत्री काफी साफ-सुथरे छवि के हैं। बीजेपी सूत्र का दावा है कि अधिकारी और यह मंत्री जैसे ही बीजेपी में आएंगे तो ममता बनर्जी की सरकार राज्य में अपंग हो जाएगी। बता दें कि शुक्रवार को ही ममता के एक मिहिर गोस्वामी ने बीजेपी का दामन थाम लिया था। मिहिर गोस्वामी पिछले काफी दिनों से पार्टी आलाकमान से नाराज चल रहे थे और उन्होंने पिछले हफ्ते ही इस बात के संकेत दिए थे। हालांकि, गुरुवार को पार्टी ने मान-मनोव्वल के लिए रवींद्रनाथ घोष को गोस्वामी के पास भेजा था, हालांकि उन्होंने यह कहकर पार्टी में रहने से साफ इनकार कर दिया था कि वह अब और अपमान नहीं चाहते।

शुभेंदु का जाना ममता के लिए पड़ सकता है भारी

जानकारों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी अपने नेताओं को एकजुट रखने में यदि कामयाब नहीं होती हैं तो आगामी विधानसभा चुनाव में उनके लिए जितना काफी मुश्किल होगा। इसका वजह यह है कि एक अकेले शुभेंदु अधिकारी ही राज्य के 6 जिलों के 40 सीटों पर ममता का नंबर गेम बिगाड़ने में सक्षम हैं। बता दें कि अधिकारी को अबतक तृणमूल में नंबर दो का नेता माना जाता रहा है और इस बात का अंदाजा ऐसे भी लगाया जा सकता है कि उनके इस्तीफे के तुरंत बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने मीडिया में बयान दिया कि बीजेपी में अधिकारी के लिव हमेशा द्वारा खुले रहेंगे।

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हालांकि शुभेंदु अधिकारी के पिता व कंठी से सांसद शिशिर अधिकारी ने कहा है कि हम अब भी तृणमूल के साथ ही हैं। उन्होंने कहा, 'मुझे जहां तक मालूम है पार्टी के कुछ नेताओं को शुभेंदु के कई पदों पर रहने से जलन होती थी इसलिए उसने ऐसे लोगों को स्पष्ठ संदेश देने के लिए मंत्रालय के पदों से इस्तीफा दिया है। बता दें कि शुभेंदु के पिता पूर्व में मनमोहन सिंह के सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं, वहीं उनके भाई दिव्येन्दु अधिकारी तामलुक से लोकसभा सांसद हैं।

दिव्येन्दु अधिकारी ने भी कहा है कि हम ममता बनर्जी के साथ हैं और बीजेपी में जाने का कोई फैसला नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, 'शुभेंदु ने अपने पदों से इस्तीफा दिया है तो इसके पीछे अवश्य ही कोई ठोस कारण रहा होगा। लेकिन वह अब भी तृणमूल कांग्रेस के सदस्य हैं और पार्टी के विधायक हैं।

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शुक्रवार को विधायक मिहिर गोस्वामी के बीजेपी में आने के बाद पश्चिम बंगाल के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, 'अब यह स्पष्ट हो चुका है कि ममता के अहंकार और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के भ्रष्टाचार के कारण तृणमूल के कई नेता नाराज हैं। यह तो तृणमूल की बर्बादी की शुरुआत है। कई और नेता टीएमसी छोड़ने वाले हैं। उस पार्टी में कोई भी व्यक्ति आत्म सम्मान के साथ नहीं रह सकता। मुझे पता है कि शुभेंदु अधिकारी ममता को काफी समय से अपने भतीजे पर लगाम लगाने को कह रहे थे लेकिन वह नहीं मानी।'