संसद में हंगामा करने वालों पर लगा UAPA, जांच के लिए CRPF डीजी के नेतृत्व में कमेटी गठित

मैसूर से दो बार के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने आरोपियों की संसद में एंट्री पास दिलाई थी, फिलहाल उन्होंने कोई बयान जारी नहीं किया है।

Updated: Dec 14, 2023, 09:18 AM IST

नई दिल्ली। लोकसभा की सुरक्षा में बुधवार को सेंधमारी करने वालों पर UAPA कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में अबतक 6 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। बुधवार को दो युवक अपने जूते में छिपाकर स्मोक कनिस्तर लाए थे। इसे स्प्रे करते ही सदन में पीला धुआं फैलने लगा। इस दौरान सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया और उनकी पिटाई की।

छह आरोपियों में सागर शर्मा और डी मनोरंजन शामिल हैं, जिन्होंने लोकसभा के अंदर पीले धुएं वाले कैन का इस्तेमाल किया था। वहीं, नीलम देवी और अमोल शिंदे ने संसद के बाहर लाल और पीले रंग के कैन से धुआं उड़ाए थे। गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपी ललित झा और विक्की शर्मा हैं, दोनों गुड़गांव के रहने वाले हैं। ललित झा ने कथित तौर पर एक वीडियो शूट किया था, जिसमें अन्य आरोपी धुएं के कैन छिपा रहे थे।

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि सभी आरोपी भगत सिंह फैन क्लब नाम के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़े हुए थे। हालांकि, इनका क्‍या मकसद था, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि आरोपी करीब डेढ़ साल पहले मैसूर में मिले और योजना को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। लगभग नौ महीने पहले एक और बैठक हुई, जब आरोपियों ने पूरे हमले की योजना बनाई।

सभी छह लोग संसद के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन केवल सागर शर्मा और मनोरंजन ही पास पाने में कामयाब रहे। दोनों कल दोपहर में संसद में दाखिल हुए। इसके बाद उन्‍होंने बड़ी चालाकी से पूरी घटना को अंजाम दिया। दोनों को मैसूर से दो बार के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने पास दिया था। इस मामले में प्रताप ने कोई बयान जारी नहीं किया है।

2001 के संसद हमले की बरसी पर यह सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। फिलहाल ये पता नहीं चल सका है कि हंगामे के लिए उन्होंने 13 दिसंबर को ही क्यों चुना। बहरहाल, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों को उनकी सुरक्षा के बारे में आश्वस्त किया है और कहा है कि गहन जांच की जाएगी। बताया जा रहा है कि जांच के लिए सीआरपीएफ डीजी के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया गया है।