प्लीज हमारी मदद करो, मेरे भाई को बेड नहीं मिल रहा, मोदी के मंत्री ने सोशल मीडिया पर लगाई गुहार

पूर्व सेना प्रमुख व केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह को अपने ही संसदीय क्षेत्र में नहीं मिली बेड, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ने बेड दिलाने का दिया आश्वासन, सोशल मीडिया पर बवाल, डिलीट करना पड़ा ट्वीट 

Updated: Apr 18, 2021, 02:15 PM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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गाजियाबाद। एक साल में दूसरी बार फैले कोरोना ने देश को आपात स्थिति में लाकर रख दिया है। आम तो आम ख़ासदार लोग भी अपने और अपने रिश्तेदारों के इलाज के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगा रहे हैं। हालात किस कदर बेक़ाबू हैं इसका ताज़ा मामला केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के एक ट्वीट से सामने आ गया है। भारत सरकार में सड़क परिवहन विभाग में राज्य मंत्री और पूर्व में सेनाध्यक्ष रह चुके जनरल वीके सिंह को अपने भाई के इलाज के लिए सोशल मीडिया पर गुहार लगाना पड़ रहा है। 

मंत्री विजय कुमार सिंह ने ट्वीट किया, 'प्लीज़ हमारी हेल्प करें. मेरे भाई को कोरोना इलाज के लिए बेड की आवश्यकता है। अभी गाजियाबाद में बेड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है' - केंद्रीय मंत्री ने इस ट्वीट के साथ उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी और गाजियाबाद डीएम को टैग किया। 

केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट को देखकर लोग इस बात से हैरान हो गए कि आखिर इतने बड़े ओहदेदार को सोशल मीडिया पर गुहार लगाने की जरूरत क्यों पड़ी। कई लोग उनके ट्वीट को देखकर भड़क गए और उन्हें भला बुरा कहने लगे। ट्विटर यूजर्स ने यह कहना शुरू कर दिया कि मंत्री होकर अपने क्षेत्र में अपने भाई के लिए जो इंसान बेड उपलब्ध नहीं करवा सकता वह आम लोगों की क्या मदद करेगा।

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इस बात की जानकारी जैसे ही लोगों की मदद में जुटे यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी को लगी तो वे तत्काल उनकी मदद के लिए आगे आए। युवा नेता ने ट्वीट किया, 'श्रीमान केंद्र में मंत्री होते हुए भी अगर आप परिवार के लिए BED की गुहार ट्विटर पर लगा रहे है तो कल्पना कीजिये आम आदमी की क्या स्थिति होगी, कृपया अधिक जानकारी DM के माध्यम से भेजें, हम गाजियाबाद या उसके समीप किसी अस्पताल में BED का इंतजाम करने का प्रयास करते है।' 

इस मामले ने तब और तूल पकड़ लिया जब यह बात फैली की केंद्र सरकार के मंत्री की मदद विपक्षी दल के यूथ विंग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग इसे केंद्र के मोदी सरकार की नाकामियों से जोड़ने लगे। हालांकि, बवाल बढ़ता देख वीके सिंह ने तत्काल स्पष्टीकरण देते हुए इस बात को खारिज कर दिया कि उन्होंने अपने भाई के लिए मदद मांगी थी। सिंह ने दावा किया कि उन्होंने तो फ़ॉर्वर्डेड मैसेज को गाजियाबाद डीएम तक पहुंचाने का काम किया था। तबीयत उनके भाई की खराब नहीं थी बल्कि किसी दूसरे व्यक्ति को मदद के लिए उन्होंने ट्वीट किया था।

इस स्पष्टीकरण के बाद वीके सिंह चौतरफा आलोचनाओं का घेरे में आ गए। सिंह का यह स्पष्टीकरण सोशल मीडिया यूजर्स के गले नहीं उतरा। चूंकि, उनके ट्वीट पर सीएम योगी के सूचना सलाहकार ने बाकायदा लिखा था कि गाजियाबाद डीएम से मैंने बात कर ली है और वो आपसे जल्द ही संपर्क करेंगे। स्पष्टीकरण पर जब बवाल दोगुना हो गया तो वीके सिंह ने उस ट्वीट को ही डिलीट कर दिया।

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 इस घटनाक्रम पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के विधायक जयवर्धन सिंह ने लिखा कि भले ही मंत्री जी ने ट्वीट डिलीट कर लिया हो लेकिन उनकी व्यथा तो आखिर व्यक्त हो ही चुकी है। जयवर्धन ने ट्वीट किया, 'जब केंद्रीय मंत्री जी के ये हालात हैं तो सोचिए आम आदमी का क्या हो रहा होगा... सरकार ने और विशेषकर प्रधानमंत्री जी ने लोगों को उनके हालात पर छोड़ दिया है। हालांकि मंत्री जी ने ट्वीट डिलीट कर दिया पर व्यथा तो व्यक्त हो चुकी है। प्रधानमंत्री जी चुनाव छोड़िए अपने राजधर्म का पालन कीजिये।' 

मामले पर उत्तरप्रदेश के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने तंज कसते हुए प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि बहुत बदनामी हो रही है, अपने मंत्री के भाई को बेड दिला दो। प्रताप ने ट्वीट किया, 'अपने मंत्री के भाई को बेड दिला दो, मोदी जी, बहुत बदनामी हो रही है। बेड मिली या नहीं, ट्वीट डिलीट कर भागना पड़ा, मंत्री जी को। जनरल रहे हैं, भागना तो नहीं चाहिए था।' 

इस बात की भी चर्चाएं हैं कि वीके सिंह को बीजेपी हाईकमान के निर्देश पर इस ट्वीट को डिलीट करना पड़ा है। मध्यप्रदेश यूथ कांग्रेस के मीडिया विंग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने कहा, 'इस संकट की घड़ी में जब पूरा देश पीएम मोदी की ओर देख रहा है तब खुद मोदी के लाचार मंत्री मदद की गुहार लगा रहे हैं। इस आपात स्थिति में यूथ कांग्रेस सभी जरूरतमंदों को यथासंभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है, चाहे वह किसी धर्म, मजहब और राजनीतिक दल का व्यक्ति हो। इसी क्रम में श्रीनिवास बीवी ने केंद्रीय मंत्री को मदद का आश्वासन दिया था।'

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विवेक त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें भी कोई मदद की जरूरत हो तो वे बेझिझक यूथ कांग्रेस से गुहार लगा सकते हैं। त्रिपाठी ने कहा, 'हम कहना चाहते हैं कि यदि पीएम मोदी की कोई मन की बात हो, किसी तरह की मदद चाहिए हो तो इसके लिए भी यूथ कांग्रेस तैयार है। चूंकि इस संकट की घड़ी में देश को भी समझ में आ गया है कि प्रधानमंत्री से किसी तरह की मदद का उम्मीद रखना ही बेकार है।'