वैदिक संस्कृति खतरे में है, 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे नहीं, Cow Hug Day मनाएं: केंद्र सरकार

एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया ने लोगों से अपील की है कि वो 14 फरवरी का दिन काऊ हग डे के रूप में मनाएं। बोर्ड ने कहा है कि इससे भावनात्मक संपन्नता आएगी।

Updated: Feb 08, 2023, 07:28 PM IST

वैदिक संस्कृति खतरे में है, 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे नहीं, Cow Hug Day मनाएं: केंद्र सरकार

नई दिल्ली। 14 फरवरी को होने वाले वैलेंटाइन डे के लिए प्रेमी जोड़े अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। किसी ने अपने प्रेमी/प्रेमिका को सरप्राइज गिफ्ट देने की प्लानिंग की है, तो कोई इस दिन कहीं घूमने जाने की तैयारियां कर रहा है। हालांकि, केंद्र सरकार चाहती है कि भारत के लोग वैलेंटाइन डे नहीं मनाएं बल्कि इस दिन को खास बनाने के लिए सरकार ने विकल्प के तौर पर "Cow Hug Day" मनाने का सुझाव दिया है।

प्रेम के इस दिन को उत्साह पूर्वक मनाने के लिए केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय के अधीन आने वाले एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया ने एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा है कि 14 फरवरी, वेलेंटाइन डे के दिन को ‘काऊ हग-डे’ के रुप में मनाया जाए। तर्क दिया गया है कि इससे भावनात्मक संपन्नता आएगी। सर्कुलर के ऊपर इसे एक अपील लिखा गया है। हालांकि, यह एक आदेश प्रतीत होता है।

एनिमल वेलफेयर बोर्ड का कहना है कि गाय भारत की सभ्यता और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। जिसे कामधेनु और गौमाता के रुप में भी जाना जाता है। यह उस मां के समान है जो अपने बच्चों पर सबकुछ लुटा देती है। विदेशी सभ्यता के बढ़ते प्रभाव के कारण भारतीय संस्कृति खतरे में है। पश्चिमी सभ्यता की चकाचौंध ने हमने अपनी भौतिक संस्कृति और विरासत को लगभग भुला दिया है।

सर्कुलर में आगे लिखा गया है कि गाय के अत्यधिक लाभों को देखते हुए, उसको गले लगाने से भावनात्मक संपन्नता आएगी, जिससे व्यक्तिगत और सामूहिक खुशियों में वृद्धि होगी। गाय के महत्व को ध्यान में रखते हुए गाय प्रेमी 14 फरवरी को काऊ हग डे के रुप में मना सकते हैं, जिससे उनके जीवन सकारात्मक ऊर्जा आएगी और खुशियां बढ़ेंगी।