हम दूसरी हरित क्रांति लेकर आएंगे, फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्रियों के जाल बिछाएंगे: रोजगार के सवाल पर बोले राहुल गांधी

गीता में कहा गया है - 'कर्म करो, फल की चिंता न करो' जब अर्जुन मछली की आंख पर निशाना लगा रहे थे तो उन्होंने ये नहीं कहा कि निशाना लगाने के बाद वो क्या करेंगे: राहुल गांधी

Updated: Jan 08, 2023, 11:13 AM IST

कुरुक्षेत्र। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा के कुरुक्षेत्र पहुंच चुकी है। यहां राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तमाम विषयों पर अपनी बात रखी। राहुल ने रोजगार के सवाल पर कहा कि हम दूसरी हरित क्रांति लेकर आएंगे। फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्रियों के जाल बिछाएंगे। इससे करोड़ों लोगों को सम्मानजनक रोजगार मिल सकता है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा देश की आवाज को दबाए जाने, डर और बंटवारे के खिलाफ है। यह यात्रा हमारे लिए तपस्या है। यात्रा का लक्ष्य व्यक्तिगत है, देश के लोगों को उनकी आवाज सुनाने का है, जागरूकता लाने के लिए है। चुनाव पर क्या फर्क पड़ेगा मालूम नहीं। यात्रा आर्थिक असमानता, बेरोजगारी, मंहगाई जैसे मुद्दे उठाने के लिए है, जिसमें हम कामयाब हो रहे हैं।

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राहुल गांधी ने आगे कहा कि, 'गीता में लिखा है. काम करो, जो होगा सो होगा। जब अर्जुन मछली की आंख में तीर मार रहा था, तब उसने ये नहीं बताया कि आगे क्या करना है?'

छत्तीसगढ़ में सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी की बिजली काटे जाने से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने पत्रकार से पूछा, 'क्या आप पीएम से ऐसे सवाल पूछ सकते हैं? हम इस मामले को देखेंगे और कुछ गलत हो रहा होगा तो अपनी राय रखूंगा। मैं वहां जाऊंगा और कोई कमी है तो सुधारूंगा।'

राहुल गांधी ने आगे कहा कि, 'शिव जी, गुरुनानक देव जी और भगवान बुद्ध का हाथ 'अभय मुद्रा' में है। 'अभय मुद्रा' का अर्थ है- डरो मत। 'अभय मुद्रा' तपस्या का प्रतीक है। यही कांग्रेस के निशान 'हाथ' के पीछे का मतलब है।'

उन्होंने आगे कहा कि, 'यात्रा में युवा इंजीनियर, डॉक्टर, लॉयर, एडमिनिस्ट्रेशन जैसे फील्ड में जाना चाहते हैं। इनमें ज्यादा से ज्यादा 10% को जॉब मिलती हैं। बाकी को नहीं मिलती। उनके सपने टूट जाते हैं। जो लोग इस देश को रोजगार दे सकते हैं, उनकी हम मदद नहीं करते हैं। स्मॉल व मीडिया इंडस्ट्री को बर्बाद कर दिया गया। यह लोग करोड़ों लोगों को रोजगार दे सकते हैं। रोड मैप यह है कि स्मॉल और मीडियम इंडस्ट्री के बेस को प्रोटेक्ट किया जाए। उन्हें फाइनेंस दिया जाए। इनमें से 5-10% को बड़ा बिजनेस दिया जाएगा। तीसरा हमारे शिक्षा का सिस्टम सिर्फ 5 रास्ते दिखा रहा है। देश में स्किल की रिस्पेक्ट करेगा, तब सुपर पॉवर बनेगा।'